Piyush Jain Raid: दिखावे के लिए गरीब होने का रचता था स्वांग, टुटही स्कूटर और पुरानी सैंट्रो से चलता था धनकुबेर पियूष जैन

पियूष जैन रविवार रात कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले कानपुर के आनंदपुरी स्थित उसके घर से 181 करोड़ की नकदी मिलने के बाद कन्नौज के घर व तहखाने की दीवारों ने कैश व सोना चांदी उगला था...

Update: 2021-12-27 04:19 GMT

Piyush Jain Bail : इत्र कारोबारी पियूष जैन को इलाहबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत, सोना तस्करी मामले में मिली जमानत 

Piyush Jain Raid: कंपाउंड का बादशाह कहा जाने वाला कारोबारी पियूष जैन रविवार रात कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले कानपुर के आनंदपुरी स्थित उसके घर से 181 करोड़ की नकदी मिलने के बाद कन्नौज के घर व तहखाने की दीवारों ने कैश व सोना चांदी उगला था। रविवार को हुई कन्नौज की कार्रवाई में टीम को 110 करोड़ कैश, 275 किलो सोना-चांदी बरामद हुआ है।

रद्दी के माफिक बोरों में भरे नोट

बताते चलें कि कर चोरी की आशंका के बाद बुधवार को डीजीजीआई की टीम ने कानपुर स्थित शिखर पान मसाला गणपति ट्रांसपोर्ट में छापा मारा था। यहां से मिले सुराग को आधार पर गुरूवार को इत्र कारोबारी पियूष जैन के कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित घर व फैक्ट्री सहित कोल्ड स्टोरेज, पेट्रोल पंप इत्यादी पर छापेमारी की गई थी। जहां से टीम को भारी मात्रा में कैश व सोना चांदी प्राप्त हुआ है। जिसकी गिनती अब तक जारी है।

आज हो सकता है नेटवर्क का खुलासा 

कारोबारी पियूष जैन के ठिकानों से मिला रकम व सोना चांदी के कनेक्शन का आज सोमवार 27 दिसंबर को खुलासा हो सकता है। महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) अहमदाबाद की अब तक की यही सामने आया है कि बरामद रकम हवाला की है। साथ ही इसमें 5 से 6 लोगों के शामिल होने की आशंका है। इसके अलावा पियूष के ठिकानों से इत्र व कंपाउंड का भारी मात्रा में स्टॉक पकड़ा गया है।

स्कूटर और पुरानी सैंट्रों से चलने का खेल 

अकूत संपत्ति का मालिक पियूष जैन बेहद शातिर किस्म का निकला। किसी को शक न हो इसलिए वह हमेशा पुराने स्कूटर से चलता ता। शहर से कहीं बाहर आने-जाने पर वह एक पुरानी सैंट्रो कार का इस्तेमाल करता था। इससे पड़ोसियों को लगता ता कि वह एक साधारण कारोबारी है। यहां तक की कुछ लोगों से उसने रूपया बी उधार ले रखा था। जिसके बाद खुद को कर्जदार कहता-बताता था।

घर से आती है गुलाब की खुशबू 

इत्र कारोबारी पियूष जैन के घर से हर समय गुलाब की खुशबू आती है। जबकी उसने कभी गुलाब के फूलों की खरीददारी ही नहीं की। गुलाब जल बनाने के लिए कारखाना और डेग-भभका भट्ठी की जरूरत होती है, लेकिन पियूष के पास ऐसा कुछ भी नहीं मिला है। डीजीजीआई की जांच में सामने आया है कि पियूष केमिस्ट है और सिंथेटिक गुलाब कंपाउंड तैयार करता है।

रात को खुद बनाता था कंपाउंड 

जांच में सामने आया है कि पियूष के यहां कई मजदूर काम करते हैं लेकिन वह सिर्फ कंपाउंड लोड करने और आर्डर पर उसे भेजने का ही काम करते हैं। मजदूरों के जाने के बाद रात को पियूष जैन खुद कंपाउंड तैयार करता था। अपने अलावा यह हुनर उसने कभी किसी को नहीं बताया। 

जयपुर के इंजीनियरों ने बनाया किलानुमा घर 

पियूष जैन ने 2005 में पैतृक आवास से सटाकर नया मकान बनवाया था। यह मकान जयपुर से आए इंजीनियरों ने बनाया था। मकान में दीवारों की चौड़ाई काफी अधिक है। हर कहीं जाने के लिए दो दरवाजे हैं। इनमें एक दरवाजा लकड़ी का और एक लोहे का है। मकान में दाखिल होने के लिए आठ दरवाजे लगे हैं। जिसमें दो दरवाजे सिर्फ प्रतीकात्मक हैं। बाहर से तो दरवाजे लगे हैं लेकिन अंदर से सिर्फ दीवार है।

टीम पियूष को गिरफ्तार कर ले गई कन्नौज 

डीजीजीआई की टीम ने कानपुर छापे में मिली रकम की गिनती के बाद पियूष जैन को गिरफ्तार किया था। कन्नौज छापे के दौरान टीम पियूष को भी साथ ले गई थी। जहां उसकी निशानदेही पर टीम को नोटों से भरे आठ बोरे मिले हैं। यहां तीन दिन की छापेमारी में टीम को भारी मात्रा में कैश व सोना चांदी भी बरामद हुआ है। जिसकी गिनती जारी है। 

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