फिल्मों में बहादुरी दिखाने वाले सन्नी देओल निकले डरपोक, किसानों के पक्ष में बोलने की भी नहीं दिखाई हिम्मत

लोग सवाल पूछ रहे हैं कि रील लाइफ में चापाकल उखाड़कर पाकिस्तान में धमाल मचा देनेवाले सन्नी देओल रियल लाइफ में इतने डरपोक क्यों हो गए कि किसानों के समर्थन में दो शब्द नहीं बोल पा रहे..

Update: 2020-12-16 17:54 GMT

File photo

जनज्वार। तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में देश के किसान आंदोलन पर हैं। इस किसान आंदोलन में सबसे बड़ी भागीदारी पंजाब के किसानों की है। इससे पहले पंजाब में भी इन किसानों ने कई दिनों तक आंदोलन किया था। देश के ज्यादातर किसान संगठनों, कई राजनीतिक दलों और देश के दिग्गज नेताओं ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है, लेकिन पंजाब के गुरुदासपुर से सांसद सन्नी दयोल की इन अन्नदाताओं के आंदोलन में अबतक कोई भागीदारी नहीं दिखी है।

हालांकि सन्नी देओल ने बॉलीवुड की फिल्मों में कई ऐसे किरदार निभाए हैं, जिनमें उन्होंने किसान का रोल किया है। रील लाइफ में फिल्मी किसानों की इन भूमिकाओं में वे व्यवस्था और किसानों की समस्याओं को लेकर खूब गरजते-बरसते हुए भी दिखे हैं, पर रियल लाइफ के किसानों के आंदोलन में अबतक उनकी भूमिका नगण्य रही है।

रील लाइफ के उनके द्वारा निभाए गए कई किरदारों ने बहादुरी के ऐसे-ऐसे कारनामे दिखाए हैं, जिनपर दर्शक सिनेमाघरों में जमकर तालियां बजाया करते थे, पर किसान आंदोलन के समय से ही वे नदारद हैं।

पंजाब के गुरूदास पुर के सांसद सन्नी देओल उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां किसानों की संख्या ज्यादा है और वहां के ज्यादातर किसान इस भीषण सर्द मौसम में सड़कों पर हैं। इसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। उनके क्षेत्र के किसान भी सवाल उठा रहे हैं कि वे उनके वोट से सांसद बने हैं और जब किसानों को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत महसूस हो रही है, तब वे रियल लाइफ की इस सीन से पूरी तरह से गायब हैं।

ऐसे में लोग सवाल पूछ रहे हैं कि रील लाइफ में चापाकल उखाड़कर पाकिस्तान में धमाल मचा देनेवाले सन्नी देओल रियल लाइफ में इतने डरपोक क्यों हो गए कि किसानों के समर्थन में दो शब्द नहीं बोल पा रहे।

हालांकि किसान आंदोलन को लेकर शुरू से चुप्पी साधने वाले अभिनेता और बीजेपी सांसद सनी देओल ने रविवार को अपनी राय रखी थी। वैसे उनका यह वक्तव्य किसानों के समर्थन का न होकर महज एक औपचारिक बयान भर था, जो पार्टी लाइन को ध्यान में रखकर दिया गया था।

सनी देओल ने ट्विटर पर एक संदेश जारी करते हुए लिखा था कि यह सरकार और किसानों के बीच का मामला है। उन्होंने लिखा था, 'दोनों आपस में बातचीत करके इसका हल निकालेंगे। मैं जानता हूं कि कई लोग इसका फायदा उठाना चाहते हैं और वो लोग अड़चन डाल रहे हैं। वह किसानों के बारे में बिलकुल नहीं सोच रहे हैं। उनका अपना खुद का कोई स्वार्थ हो सकता है।'

यही नहीं लंबे समय तक अपने सहयोगी रहे दीप सिंद्धू के लिए सनी देओल ने लिखा, 'वह जो कुछ कर रहा है और कह रहा है, वह अपनी इच्छा से कर रहा है। उसकी किसी भी गतिविधि से मेरा कोई संबंध नहीं हैं। मैं अपनी पार्टी और किसानों के साथ हूं।'

सनी देओल ने लिखा  कि सरकार ने हमेशा से किसानों के हित में ही सोचा है और उम्मीद जताई कि बातचीत के जरिए सही नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा।

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