Tejashwi Yadav on Agnipath Scheme : तेजस्वी यादव का मोदी पर हल्लाबोल, मांगे 20 सवालों के जवाब, कहीं ये योजना आरएसएस का गुप्त एजेंडा तो नहीं!
Tejashwi Yadav on Agnipath Scheme : आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि ये योजना सेना के अधिकारियों के लिए क्यों नहीं है? जो युवा सेना में भर्ती होंगे वो चार साल बाद क्या करेंगे।
Tejashwi Yadav on Agnipath Scheme : पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना ( Agnipath Scheme ) को लेकर पूरे देश में जारी हिंसक प्रदर्शन के बीच रविवार का आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) ने मोदी सरकार ( Modi Government ) पर हल्ला बोल दिया है। तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक के बाद एक कुल 20 सवाल केंद्र सरकार से पूछे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में बताया दिया है कि पहले केंद्र इन 20 सवालों का जवाब दे।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav ) ने कहा है कि ये योजना सेना के अधिकारियों के लिए क्यों नहीं है? चार साल बाद युवा जो सेना में भर्ती होंगे और उसके बाद क्या करेंगे। केंद्र सरकार ने युवाओं की बात नहीं सुनी और इस योजना को लेकर युवाओं के मन में शंका है जिसे सरकार को अब दूर करना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार स ये भी पूछा है कि अग्निपथ योजना कहीं आरएसएस का गुप्ता एजेंडा तो नहीं।
ये हैं तेजस्वी यादव के सवाल :
1. 4 साल के ठेके पर बहाल होने वाले अग्निवीरों को एक वर्ष में क्या नियमित सैनिकों की तरह 90 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी अथवा नहीं?
2. अग्निपथ योजना अगर न्यायसंगत है तो इसमें ठेके पर अफसरों की भर्ती क्यों नहीं? संविदा पर केवल सैनिकों की ही भर्ती क्यों?
3. सरकार बताए कि क्या यह योजना शिक्षित युवकों के लिए तैयार की गई 'मनरेगा' है अथवा संघ का कोई Hidden Agenda?
4. 4 साल की देश सेवा के दौरान अर्जित अथवा उसके बाद जो एकमुश्त राशि मिलेगी, उस पर टैक्स भी लगेगा? अगर टैक्स कटेगा तो कटौती के बाद कितनी राशि बचेगी?
5. अगर सरकार अग्निवीरों को सैनिक मानती है तो क्या उन सैनिकों को Gratuity देगी? क्या Gratuity बचाने के लिए ही इस सेवा की अवधि केवल 4 वर्ष की गई है?
6. क्या सरकार अग्निवीरों को कैंटीन और पूर्व सैनिकों को मिलने वाली चिकित्सा सहित अन्य सैनिक सुविधाएं देगी?
7. क्या योजना बनाने से पहले सरकार ने रक्षा विशेषज्ञों और अनुभवी सैन्य अधिकारियों से फीडबैक लिया? क्या उनकी राय पर अमल किया?
8. क्या यह पहली ऐसी बहाली योजना नहीं है जिसमें महज 4 साल में बेरोजगार होने की 75% विशुद्ध गारंटी है?
9. 18 वर्ष की उम्र में संविदा पर नौकरी पाकर 22 वर्ष की आयु में युवा रिटायर हो जाएंगे? क्या इससे उनकी उच्च शिक्षा प्रभावित नहीं होगी?
10. शस्त्र प्रशिक्षण प्राप्त एक बड़ी आबादी के 22 वर्ष की अल्प आयु में Retire और फिर से बेरोजगार होने से क्या देश में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं होगी?
11. वन रैंक वन पेंशन की बात करने वाली सरकार आखिर नो रैंक नो पेंशन पर आकर क्यों रुक गई?
12. सेना में हर साल 50-60 हजार सैनिक Retire होते हैं। पिछले 3 सालों से डेढ़ लाख से अधिक सैनिक Retire हो चुके है और एक भी भर्ती नहीं निकाली गई। सरकार अब कह रही है कि कुछ हजार की बहाली करेंगे, वो भी 4 साल के ठेके पर। क्या यह युवाओं के साथ विश्वासघात नहीं है?
13. भारतीय रेलवे और भारतीय सेना में भी नौकरियां ठेके पर दी जाने लगेंगी तो युवा क्या करेंगे? पेंशन बंद करने के बाद क्या भाजपा स्थायी नौकरियों पर भी पूर्ण पाबंदी लगाएगी?
14. अगर भाजपा को ठेकेदारी प्रथा पसंद है तो क्या सबसे पहले BJP के सभी मंत्री, सांसद, विधायक और पदाधिकारी अपने बच्चों को सरकारी नौकरियों से इस्तीफा दिलाएंगे?
15. क्या सरकार को सेना के मामलों में ऐसे हस्तक्षेप करना चाहिए?
16. सरकार बेरोजगारी की विकराल समस्या को अच्छे से Address क्यों नहीं करती? क्या सरकार को बेरोजगारी के मसले पर संवेदनशीलता से विचार नहीं करना चाहिए?
17. क्या देश के 70% युवा नौकरी को लेकर इस वक्त तनाव में नहीं हैं?
18. क्या बेरोजगारी से उत्पन्न हिंसा और अराजकता की दोषी सरकार नहीं है?
19. 10 लाख से अधिक पद तो केंद्र सरकार के अधीन विभागों में रिक्त पड़े है। क्या 8 वर्षों में इन पदों को रिक्त रखने के दोषी युवा और विपक्ष है?
20. क्या भाजपा ने युवाओं को 2 करोड़ नौकरी, 2022 तक 80 करोड़ रोजगार, प्रत्येक के खाते में 15 लाख धन और अच्छे दिन लाने का लोक लुभावन आश्वासन नहीं दिया था?
बता दें कि इस स्कीम के खिलाफ देशभर में बवाल जारी है जिसका सबसे ज्यादा असर यूपी और बिहार में देखा जा रहा है। रविवार को भी बिहार के कई इलाकों में सैकड़ों युवा सड़कों पर उतर आए और इस योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन किया। बिहार में अग्निपथ योजना के खिलाफ सियासी हल्लाबोल भी जारी है। विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठाते नजर आ रहा है।