Udaipur murder case : कन्हैया लाल हत्या में शामिल रियाज अटारी का निकला 'भाजपा' कनेक्शन - माला पहनाते उदयपुर बीजेपी नेता का फोटो वायरल
Udaipur murder case : कन्हैयालाल मर्डर केस के आरोपियों में से एक रियाज अत्तारी 3 साल से BJP के कार्यक्रमों में लगातार शामिल हो रहा था। वह भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया कार्यक्रमों में भी कई बार शिरकत कर चुका है।
Udaipur murder case : राजस्थान के उदयपुर में जेहादियों द्वारा टेलर कन्हैया लाल की हत्या ( kanhaiya lal Murder case ) के बाद अब उसकी चीर-फाड़ जारी है। अभी तक की जांच में जो राज सामने आ रहे हैं उससे इस बात के भी संकेत मिले हैं कि उदयपुर हत्याकांड ( Udaipur Murder Case ) साधारण घटना नहीं है। वो किसी बड़ी साजिश का हिस्सा भी हो सकता है। चौंकाने वाली बात यह है कि कन्हैया की हत्या में शामिल रियाज अटारी ( Riyaz Attari ) का भाजपा से कनेक्शन ( BJP Connection ) सामने आया है। एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसमें भाजपा नेता रियाज को मामला पहनाते नजर आ रहे हैं।
भाजपा कनेक्श के पीछे का राज क्या है?
उदयपुर की गलियों में रियाज अत्तारी ( Riyaz Attari ) के और कौन से राज छिपे हैं, कौन है रियाज का वो राजदार जो कत्ल की वारदात के बाद से गायब हैं। इस बात जानने केवल जांच एजेंसी ही नहीं बल्कि मीडिया एजेंसी भी शामिल है। दरअसल, कन्हैयालाल मर्डर केस ( kanhaiya lal Murder case ) के आरोपियों में से एक रियाज 3 साल से BJP के कार्यक्रमों में लगातार शामिल हो रहा था। अब चर्चा इस बात की हो रही है कि कहीं राजस्थान भाजपा में घुसपैठ की कोई साजिश तो नहीं चल रही थी। इस साजिश में कहीं उदयपुर के हमलावर भी तो शामिल नहीं हैं।
इंडिया टुडे की जांच पड़ताल में पता चला है कि उदयपुर कन्हैया लाल हत्या ( kanhaiya lal Murder case ) के आरोपी हमलावर कम से कम तीन साल से भाजपा ( BJP ) राजस्थान इकाई में घुसने की कोशिश में जुटे थे। दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मुख्य आरोपी रियाज अटारी और मोहम्मद गौस को हिरासत में लेने के बाद ये जानकारी आई है कि दोनों ने उदयपुर हत्याकांड को अंजाम देने से बहुत पहले से भाजपा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे।
फिलहाल, दोनों आरोपियों ने खुद को एक वीडियो में एक मांस की सफाई करने वाला और मानव वध का आह्वान करने वाला बताया है। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने पैगंबर का अपमान करने का बदला लेने के लिए कन्हैया की हत्या की। यह सामान्य तौर पर भरोसा करने वाली जानकारी तो लेकिन उदयपुर की हत्या मामले में कुछ और राज भी छुपा हो सकता है, जिसकी पड़ताल जरूरीहै।
रियाज ने भाजपा नेताओं तक बना ली थी पहुंच
इंडिया टुडे की टीम में शामिल लोगों को लगता है कि दो हत्यारों में से एक रियाज अटारी ( Riyaz Attari ) ने अपने वफादारों के माध्यम से भाजपा के कार्यक्रमों में अपनी जगह बनाई ली थी। ऐसा इसलिए कि रियाज अत्तारी ने राजस्थान में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के सदस्य इरशाद चैनवाला को 2019 में सऊदी अरब में तीर्थयात्रा से लौटने के बाद उनका स्वागत करते हुए एक तस्वीर में दिखाई दिया है।
खास बात यह है कि स्थानीय भाजपा इकाई के साथ चैनवाला का एक दशक से ज्यादा समय से जान पहचान है। इंडिया टुडे ने जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने माना कि रियाज उदयपुर में भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल होता था। चैनवाला ने इस बात का भी जिक्र किया हैकि रियाज निजी बातचीत में भाजपा की राजनीतिक विचारधारा पर हमला करता था।
उमरा से वापस आने पर पहनाई थी माला : इरशाद चैनवाला
रियाज के इरशाद चैनवाला की तस्वीर दिखाने के बाद भाजपा नेता नेता कहा कि यह मेरा है। मैंने उसे माला पहनाई क्योंकि वह उमरा से वापस आया था। क्या वह भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल हुए थे? वह गुलाब जी (भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया) के कई कार्यक्रमों में शिरकत की। रियाज अक्सर उन इवेंट्स में बिन बुलाए ही नजर आते थे। वह अपने आप आ जाता था। वह हमेशा यही कहता था कि वो पार्टी के साथ काम करना चाहते हैं लेकिन निजी तौर में रियाज भाजपा का कटु आलोचक है। चैनवाला के मुताबिक रियाज दोस्तों से निजी बातचीत में भाजपा का कड़ा विरोध करते थे।
घटना के बाद से रियाज का सबसे करीबी गायब
रियाज ( Riyaz Attari ) अटारी मोहम्मद ताहिर नामक एक व्यक्ति के जरिये भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल हुए। ताहिर को इरशाद ने पार्टी कार्यकर्ता बताया। ताहिर कौन है, सवाल के जवाब में इरशाद चैनवाला ने कहा कि ताहिर भाई हमारे कार्यकर्ता हैं। ताहिर भाई रियाज के काफी करीब हैं। तस्वीरों में ताहिर और रियाज दोनों को एक साथ देखा जा सकता है। इसके उलट जब जब इंडिया टुडे की जांच टीम सवीना पहुंची तो ताहिर कहीं नहीं मिला। पड़ोसियों ने कहा कि उसने वहां अपना किराए का घर खाली कर दिया था। ताहिर का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ था।
रियाज की बाइक का नंबर भी चौंकाने वाला
Udaipur murder case : इस बीच ये भी जानकारी मिली है कि उदयपुर के टेलर कन्हैया लाल तेली पर हुए घातक हमले के आरोपियों ने जिस मोटर-बाइक का इस्तेमाल किया था उसके रजिस्ट्रेशन नंबर चौंकाने वाले थे। बाइक की नंबर पर आरजे 27 एएस 2611 अंकित है। यह नंबर मुंबई पर सबसे बड़े आतंकी हमले को इंडिकेट करता है। 26 नवंबर, 2008 को भारत की आर्थिक राजधानी की घेराबंदी को 26/11 के नाम से जाना जाने लगा। 2611 लाइसेंस प्लेट वाली बाइक रियाज के नाम पर रजिस्टर्ड है। रियाज ने बाइक 2013 में खरीदी गई थी। जांचकर्ताओं को संदेह है कि उसने उदयपुर में तालबियन शैली की हत्या को अंजाम देने से पहले लगभग नौ वर्षों तक इस संख्या को ट्रॉफी के रूप में संजो कर रखा था।