श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ हुई जालसाजी, फर्जी चेक और हस्ताक्षर से निकाले लाखों रुपये

Update: 2020-09-15 07:35 GMT

अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से बीते दिनों जालसाजी कर निकाले गए 6 लाख रुपये भारतीय स्टेट बैंक ने सोमवार 14 सितंबर को ट्रस्ट को वापस कर दिए। इसकी जानकारी बैंक प्रबंधन ने ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व सदस्य डॉ. अनिल मिश्र को दी है।

ट्रस्ट की ओर से दी गयी सूचना के अनुसार फर्जी चेक व फर्जी हस्ताक्षर द्वारा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के खाते से ट्रांसफर करवाई गई 6 लाख रुपये की राशि भारतीय स्टेट बैंक ने वापस श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के खाते में जमा करवा दी है। त्वरित करवाई के लिए बैंक प्रशासन का हार्दिक आभार।

बैंक खाते का संचालन करने में भूमिका निभाने वाले ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि ट्रस्ट के खाते से निकली पूरी रकम वापस आ गई है। अनिल मिश्र ने बताया कि ट्रस्ट के तीन खाते एसबीआई में हैं। दान करने वाले रामभक्त बैंक के चालू व बचत खाते में दान की राशि जमा कर सकेंगे। तीसरा खाता भुगतान का है। इसमें धनराशि तभी जमा की जाएगी जब ट्रस्ट को भुगतान करना होगा। सुरक्षा कारणों से भुगतान अब चेक से नहीं, बल्कि आरटीजीएस से होगा।

अभी भारतीय स्टेट बैंक को पंजाब नेशनल बैंक व बैंक ऑफ बड़ौदा से धनराशि मिलनी शेष है। एसबीआई ने इन दोनों ही बैंक के उच्चाधिकारियों को धनराशि वापस करने के लिए पत्र भी लिखा है। ये रकम पिछले नौ सितंबर को लखनऊ के पंजाब नेशनल बैंक व बैंक ऑफ बड़ौदा से जालसाज ने फर्जी चेक से ट्रस्ट के खाते से निकाली थी।

जब तीसरी बार खाते से नौ लाख 86 हजार रुपये निकालने का प्रयास हुआ तो एसबीआई की सतर्कता से मामला पकड़ा गया। मामले में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने कहा कि अकाउंट की सुरक्षा के लिए बैंक से बात की गई तो सुरक्षित तरीके की जानकारी मिली है। उधर एसपी सिटी विजयपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच चल रही है। बैंक के अकाउंट की भी जांच की जा रही है कि किन परिस्थितियों में क्लोन चेक बना कर कैसे इससे धनराशि ट्रांसफर की गई। जांच के लिए दो टीमें महाराष्ट्र व लखनऊ भेजी गई हैं। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी, इस सिलसिले में नहीं हुई है।

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