UP : मां की कसम खाकर मार दी गोली, 20 साल पुरानी रंजिश में जिला पंचायत सदस्य समेत 4 गिरफ्तार
नवाबगंज के जिस मंदिर परिसर में यह खूनी खेल खेला गया, वहां खून और गोलियों के छर्रे पड़े मिले, चापड़ से दोनों को इस कदर काटा गया है कि हड्डियों के टुकड़े तक पड़े मिले थे, पुलिस ने आठ खोखे भी बरामद किए हैं...
जनज्वार, कानपुर। यूपी के कानपुर नवाबगंज हुए डबल मर्डर में पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 20 साल पुरानी रंजिश में आरोपी ने मृतकों को फ़ोन पर धमकी दी थी और कहा था 'मां की कसम, राजकुमार तुझे गोली मार दूंगा।
शुक्रवार 17 फरवरी की रात जिला पंचायत सदस्य ने वो किया, जो उसने कहा था। इस दौरान दोनों पक्षों में कई बार विवाद भी हुआ।
जिला पंचायत सदस्य रहा हत्यारोपी छात्रसंघ का प्रेजिडेंट भी रहा है। राजकुमार और दीपू में पुरानी रंजिश थी, जो 20 सालों से चली आ रही थी। इस दोहरे हत्याकांड से इलाके में दहशत का माहौल है। आरोपी दीपू बिठूर विधानसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। वहीं राजकुमार और उसका परिवार तीन बार से पार्षद रहे श्रीराम का समर्थन करता था। बताया जाता है कि 20 साल पहले श्रीराम के अगेंस्ट दीपू का पिता राजकुमार ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
इस चुनाव में मृतक राजकुमार के नाना जमुना प्रसाद ने खुलकर श्रीराम का समर्थन किया था। इस चुनाव में हत्यारोपी दीपू के पिता चुनाव हार गए थे। चुनाव के बाद विवाद हुआ जिसमें दीपू के परिजनों ने जमुना प्रसाद पर धारदार हथियार से हमला कर अधमरा कर दिया था, जिसके बाद दोनों के परिवार वालों के बीच दुश्मनी बढ़ती चली गई।
मृतक राजकुमार के छोटे भाई लाला ने बताया कि 2019 में गणेश पूजा के दौरान हत्या के आरोपी आकाश उर्फ अक्का से विवाद हुआ था। इस झगड़े में दीपू ने आकाश का समर्थन किया था। दबाव डलवाकर राजकुमार और लाला पर मुकदमा भी दर्ज करवा दिया गया था। जिसकी विवेचना अभी चल रही है। लाला के मुताबिक घर से बाहर निकलते बैठते दीपू और अन्य आरोपी धमकी दिया करते थे। लाला ने पुलिस पर भी दीपू का समर्थन करने का आरोप लगाया।
खूनी खेल के दौरान 1 घण्टे बाद पहुंची पुलिस
नवाबगंज के दोहरे हत्याकांड में पुलिस की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि सूचना के बाद पुलिस 1 घण्टे की देरी से पहुंची थी। तब तक हत्यारों का खूनी खेल चलता रहा। पथराव हुआ, गोलियां चलाईं और चापड़ से दोनों पर ताबड़तोड़ वार किए। परिजनों का कहना है कि पुलिस अगर समय से पहुंच जाती तो दोनों की जान बच जाती। आरोप यह भी है कि दीपू को सत्ताधारी पार्टी का भी संरक्षण प्राप्त है।
26 राउंड गोली, चापड़ से हमले में हड्डियों के टुकड़े
नवाबगंज के जिस मंदिर परिसर में यह खूनी खेल खेला गया, वहां खून और गोलियों के छर्रे पड़े मिले। चापड़ से दोनों को इस कदर काटा गया है कि हड्डियों के टुकड़े तक पड़े मिले थे। पुलिस ने आठ खोखे भी बरामद किए हैं। इलाकाई लोगों के मुताबिक 25 से तीस राउंड गोलियां चलाई गई थीं। मौके से फोरेंसिक टीम ने भी जांच की है, दोनों पर 315 बोर के कट्टों से फायरिंग हुई थी।
दीपू एंड गिरोह पर दर्ज होगा गैंगस्टर-एनएसए
डबल मर्डर के मुख्य आरोपी जिला पंचायत सदस्य दीपू निषाद और उसके गिरोह पर गैंगस्टर सहित एनएसए की धारा लगाई जाएगी। साथ ही उसकी संपत्ति जब्त होगी और अवैध निर्माण भी ढ़हाया जाएगा। जिसके लिए पुलिस ने कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है। दीपू पर आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। हत्या के एक मामले में वह जेल भी जा चुका है। बावजूद इसके दीपू को नवाबगंज पुलिस ने टॉप टेन बदमाशों की सूची में शामिल नहीं किया था।