जंगलराज : UP में डीएसपी समेत 8 पुलिसवालों को हिस्ट्रीशीटर के गुंडों ने उतारा मौत के घाट

2 जुलाई की देर रात कानपुर के बिठूर थाना क्षेत्र के बिकारु गांव में पुलिस कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। पुलिस ने घेराबंदी कर ली थी, तभी बदमाशों ने छत से अचानक अंधाधुंध फायरिंग कर दी....

Update: 2020-07-03 02:51 GMT
photo : social media

कानपुर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि राज्य में बदमाश ठोंके जाते रहेंगे और सारे अपराधी यूपी छोड़कर भाग चुके हैं, मगर उनकी बात को ठेंगा दिखाते हुए हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने कानपुर में 8 पुलिसवालों को ही मौत के घाट उतार दिया।

कल 2 जुलाई को देर रात उत्तरप्रदेश के कानपुर में पुलिस कुख्यात इनामी गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। बदमाशों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। पुलिस जबतक संभल पाती, इस फायरिंग में डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मी की मौत हो चुकी थी। कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी बताए जाते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार 2 जुलाई की देर रात कानपुर के बिठूर थाना क्षेत्र के बिकारु गांव में पुलिस कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। पुलिस ने घेराबंदी कर ली थी, तभी बदमाशों ने छत से अचानक अंधाधुंध फायरिंग कर दी। फायरिंग में कई पुलिसकर्मियों को गोली लग गई।

डीजीपी एचसी अवस्थी ने मीडिया को बताया, 'एसटीएफ को तैनात कर दिया गया है। बड़े स्तर का ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यह ऑपरेशन उसी की कड़ी है, जिस काम के लिए पुलिस टीम गई थी। हमारे 7 जवान घायल हुए हैं। अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश भागने में कामयाब हुए हैं। आईजी, एडीजी को वहां भेजा गया है।'

इस मुठभेड़ में बिल्हौर के सीओ वेद कुमार मिश्र, शिवराजपुर के एसओ महेश यादव, मंथना के चौकी इंचार्ज अनूप कुमार सब इंस्पेक्टर नेबुलाल, बिठूर थाना के सिपाही राहुल, जितेंद व बबलू तथा चौबेपुर थाना के सिपाही सुल्तान सिंह शहीद हो गए हैं। सात अन्य पुलिसकर्मी घायल बताए जाते हैं।

विकास दुबे कुख्यात इनामी गैंगस्टर है। उसके ऊपर विभिन्न थानों में 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उस पर राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त एक नेता की हत्या, थाने में पुलिसकर्मियों की हत्या जैसे गंभीर आरोप हैं। उस पर 25 हजार का इनाम होने की बात भी कही जा रही है। वह ग्राम प्रधान और जिला पंचायत का सदस्य भी रह चुका है। 

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