उन्नाव रेप केस : भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ केस लड़ने वाले अधिवक्ता की हुई मौत

उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मां ने कहा था, हमें पता चला है कि विधायक के लोग इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं। ये लोग पिछले कई दिनों से हम लोगों को धमकी दे रहे थे। जब भी हम कोर्ट जाते तो कहते थे कि वह भले जेल में है, लेकिन उनके आदमी बाहर हैं। वह जेल के अंदर मोबाइल फोन यूज किया करता था। हमें न्याय चाहिए...

Update: 2020-11-30 09:12 GMT

उन्नाव, जनज्वार। यूपी के बहुचर्चित उन्नाव रेप मामले में पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस लड़ने वाले वकील महेंद्र सिंह माखी का निधन हो गया है। अधिवक्ता का रायबरेली में एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए थे। करीब एक साल से महेंद्र सिंह अस्पताल में थे, जहां तबीयत बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया।

गौरतलब है कि उन्नाव रेप केस में महेंद्र सिंह माखी ने पीड़िता की ओर से दलीलें पेश की थीं और कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ आवाज उठाई थी। रायबरेली में एक एक्सीडेंट में महेंद्र सिंह घायल हुए थे, जिसमें उनके मल्टीऑर्गन डैमेज हो गए थे। तब से वह एम्स में एडमिट थे। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद जिला अस्पताल में उनका निधन हो गया।

जुलाई 2019 में उन्नाव रेप मामले के बाद जब पीड़िता अपने परिवार और वकील के साथ रायबरेली जा रही थी, तब एक ट्रक ने गाड़ी को टक्कर मार दी थी। इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि वकील महेंद्र सिंह और पीड़िता जख्मी हो गए थे।

उन्नाव रेप केस मामले में पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के मुकदमे में सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर काफी वक्त तक लगातार सुर्खियों में बने रहे थे। उनकी ओर से हाल ही में अदालत में सीबीआई के फैसले के खिलाफ अपील भी की गई थी।

उन्नाव के इस चर्चित रेप कांड मामले में कुलदीप सिंह सेंगर सहित कुल सात दोषियों को दस-दस साल की सजा हुई थी। इसके अलावा अदालत ने दस लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था। उन्नाव रेप मामले में नाम आने के बाद 25 फरवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा से कुलदीप सेंगर की सदस्यता रद्द कर दी गई थी।

गौरतलब है कि उन्नाव रेप केस की पीड़िता की गाड़ी को 28 जुलाई को रायबरेली में एक ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि उसकी चाची और ड्राइवर की मौत हो गई। पीड़िता के चाचा ​जेल में बंद थे। चाचा से मिलने के लिए पीड़िता, उसकी चाची और वकील महेंद्र सिंह रायबरेली जेल जा रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी।

यह हादसा रायबरेली के अतरुआ गांव के पास हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को फौरन अस्पताल भेजा। पीड़िता और परिवार वालों की सुरक्षा के लिए जो गार्ड तैनात किए गए थे, वे सफर के दौरान उनके साथ मौजूद नहीं थे। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ चार जून, 2017 को अपने आवास पर दुष्कर्म किया था।

नाबालिग पीड़िता वहां अपने एक रिश्तेदार के साथ उनसे नौकरी मांगने के लिए आई थी। शिकायत के बावजूद उन्नाव पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर पीड़िता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर आत्मदाह की कोशिश की थी।

उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मां ने कहा था, हमें पता चला है कि विधायक के लोग इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं। ये लोग पिछले कई दिनों से हम लोगों को धमकी दे रहे थे। जब भी हम कोर्ट जाते तो कहते थे कि वह भले जेल में है, लेकिन उनके आदमी बाहर हैं। वह जेल के अंदर मोबाइल फोन यूज किया करता था। हमें न्याय चाहिए।'

पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। विधायक का स्थानीय प्रशासन पर ऐसा दबदबा कायम था कि जब पीड़िता का पिता मामले की पैरवी करने दिल्ली से उन्नाव पहुंचा तो बजाय सुनवाई के उसके ही खिलाफ अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज कर दिया गया। माखी थाने में विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर व समर्थकों ने उसे इतना पीटा कि गंभीर रूप से घायल पिता ने दम तोड़ दिया। इस मामले में थानेदार और एक अन्य दरोगा पर केस दर्ज कर दोनों को जेल भेजा जा चुका था।

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