इलाहाबाद विवि की VC की आपत्ति के बाद लाउडस्पीकर्स का दूसरी ओर मोड़ा गया मुंह, 50 फीसदी साउंड भी घटाया गया

मस्जिद कमिटी के मुताबिक पहले मीनार पर चार लाउडस्पीकर लगे थे। जिला प्रशासन से अनुमति न होने के कारण दो स्पीकर हटा लिए गए थे। अभी दो ही स्पीकर लगे थे। वीसी की आपत्ति के बाद दोनों लाउडस्पीकर का मुंह घुमाकर दूसरी तरफ कर लिया गया है।

Update: 2021-03-17 15:30 GMT

जनज्वार ब्यूरो। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रो. संजना श्रीवास्तव उस समय चर्चाओं में आ गयीं जब उन्होंने मस्जिद से आने वाली अजान की आवाज के खिलाफ आपत्ति दर्ज की थी। प्रो. संजना श्रीवास्तव ने इस मामले में प्रयागराज के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई की अपील की थी। वहीं इस बीच खबर आ रही है कि मस्जिद प्रशासन ने लाउडस्पीकर का मुंह दूसरी ओर मोड़ दिया है। साथ ही लाउडस्पीकर्स का साउंड भी कम कर दिया है।

मस्जिद कमिटी ने जानकारी दी कि मीनार पर लगे लाउडस्पीकर का रुख इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वीसी संगीता श्रीवास्तव के घर की तरफ से हटा लिया गया है। दोनों लाउडस्पीकर्स का रुख दूसरी तरफ किया गया है।

मस्जिद कमिटी के मुताबिक पहले मीनार पर चार लाउडस्पीकर लगे थे। जिला प्रशासन से अनुमति न होने के कारण दो स्पीकर हटा लिए गए थे। अभी दो ही स्पीकर लगे थे। वीसी की आपत्ति के बाद दोनों लाउडस्पीकर का मुंह घुमाकर दूसरी तरफ कर लिया गया है। इसके अलावा लाउडस्पीकरों का साउंड भी 50 फीसदी घटा दिया गया है। कहा जा रहा है कि अब अजान की आवाज वीसी के घर तक नहीं जाएगी।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वीसी प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा था। इस पत्र के जरिए उन्होंने मस्जिद की अजान के समय आने वाली आवाज से होने वाली परेशानी जाहिर की थी।

उन्होंने पत्र में लिखा, 'पुरानी कहावत है, आपकी स्वतंत्रता वहीं खत्म होती है जहां मेरी नाक शुरू होती है। यह कहावत मेरे मामले में सटीक बैठती है। मैं किसी धर्म, जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हूं। वे अजान बिना लाउडस्पीकर के भी कर सकते हैं ताकि दूसरे लोग परेशान न हों।दूसरों की दिनचर्या प्रभावित न हो।'

प्रोफेसर ने पत्र में आगे लिखा, 'यहां तक कि ईद से पहले वह सहरी ऐलान करने लगेंगे। वह सुबह चार बजे होती है। इस तरह की चीजें लोगों को डिस्टर्ब करती हैं। भारत का संविधान हर समुदाय के लिए सांप्रदायिक और शांतिपूर्ण रहने का प्रावधान करता है।'

वीसी ने डीएम को इलाहाबाद में दायर की गई पीआईएल नंबर-570 ऑफिस 2020 के आदेश का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि डीएम की त्वरित कार्रवाई की बड़े स्तर पर सराहना होगी। इस तेज आवाज से प्रभावित लोगों को शांति मिलेगी।

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