Agra News: 48 घंटे में हार गई मासूम जिंदगी, आवारा कुत्तों ने नोंचा था, परिजनों का आरोप गलत इंजेक्शन लगाने से हुई मौत

Agra News: आगरा की 10 वर्षीय मूकबधिर गुंजन को आवारा कुत्तों ने नोंच डाला था। गूंगी और बहरी होने से मासूम अपना दर्द भी किसी को नहीं बता सकती थी। वह 26 घाव के जख्मों से कराहती रही।

Update: 2022-07-27 04:41 GMT

Agra News: 48 घंटे में हार गई मासूम जिंदगी, आवारा कुत्तों ने नोंचा था, परिजनों का आरोप गलत इंजेक्शन लगाने से हुई मौत

Agra News: आगरा की 10 वर्षीय मूकबधिर गुंजन को आवारा कुत्तों ने नोंच डाला था। गूंगी और बहरी होने से मासूम अपना दर्द भी किसी को नहीं बता सकती थी। वह 26 घाव के जख्मों से कराहती रही। आखिर इलाज के दौरान मंगलवार रात को मासूम ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हुई,जिला अस्पताल में हंगामा काटा। परिजनों ने आज सुबह बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया।

सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली मूक बधिर बच्ची गुंजन को सोमवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पांच घंटों तक चिकित्सकों ने 50 से ज्यादा टांके लगाए। मंगलवार को गुंजन शरीर पर 26 घावों से बेहद दर्द में रही। मूक बधिर होने के कारण वह अपना दर्द बयां नहीं कर पाई। रात 9.10 बजे उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने से गुंजन की मौत हुई है। इसे लेकर परिजनों ने देर रात जिला अस्पताल पर हंगामा किया।

मासूम को ऑक्सीजन सपोर्ट में रखा

जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक अग्रवाल ने बताया कि गुंजन ऑक्सीजन सपोर्ट पर थी। 26 घाव के कारण शरीर में सेप्टिक फैल गया था। इस वजह से उसकी मृत्यु हुई। इंजेक्शन से उसकी मौत नहीं हुई। परिजनों ने लिखित दिया है कि उन्हें कोई शिकायत नहीं है। वहीं बच्ची का पोस्टमार्टम कराने से परिवार ने इंकार कर दिया। रात में ही उसके परिजन शव को घर ले गए।

गलत इंजेक्शन लगाने की सूचना पुलिस को दी

मृतक के ताऊ रामबाबू ने बताया कि उनके किसी रिश्तेदार ने पुलिस को फोन कर दिया था और गलत इंजेक्शन का आरोप लगाया था। बच्ची की मौत से परिजन भड़क गये थे। चिकित्सकों के समझाने पर शांत हुए। हमने मासूम का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है। 

चिकित्सकों के पैनल को लगेगा एआरवी

प्रमुख अधीक्षक डॉ. सीपी सिंह ने बताया कि आशंका है कि बच्ची के इलाज के दौरान रैबीज न फैल गया हो, इसलिए गुंजन के इलाज में लगे डॉक्टरों के पैनल और सपोर्ट स्टाफ को एहतियात के तौर पर एआरवी लगाया जाएगा। गुंजन के इलाज में आठ डाक्टरों और 6 से 8 चिकित्सकीय स्टाफ ने सहयोग दिया था। थानाध्यक्ष रकाबगंज राकेश कुमार ने बताया कि हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। चिकित्सकों के समझाने पर वह मान गए। बताया परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी।

मौसी को दर्द दे गई गुंजन

दहतोरा के गगोई गांव निवासी धर्म सिंह की 10 साल की बेटी गुंजन को उसकी मौसी गुड़िया ने पाला था। उसके  दम तोड़ते ही गुड़िया बदहवास सी हो गई। एक साल की उम्र में मां के निधन के बाद से ही गुड़िया ने गुंजन को पाला था। बिलखती मौसी हर समय गुंजन का साथ दिया।

आज हुआ अंतिम संस्कार

आज सुबह करीब छह बजे बुधवार को मासूम गुंजन का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर विभिन्न राजनैतिक दलों के के लोग भी सरीक हुए। हमलावर आवारा कुत्तों से निजात के लिए लोगों ने चर्चा की।

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