'तू मुझसे बड़ा भाजपाई नहीं, अभी तेरा नशा उतार दूंगा', BJP नेता को धमकी देने वाले SDM का तबादला
विधायक ने एडीएम से कहा, हाथ नीचे करिए। फिर भानु की तरफ इशारा करते हुए बोले, ये भाजपा महानगर अध्यक्ष हैं और जिलाध्यक्ष भी। तभी भानु ने एडीएम से कहा, तमीज से बात करे कर तू...
जनज्वार डेस्क। आगरा के एसडीएम प्रोटोकॉल पुष्पराज सिंह को पद से हटाकर उन्हें अब आवास विकास परिषद में उप आयुक्त पद पर तैनात किया गया है। बता दें कि दो दिन पहले उनका भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन के साथ विवाद हो गया था। इस दौरान एसडीएम ने खुद को बड़ा भाजपाई भी बताया था। एसडीएम के तबादले को इस विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल ने पहले ही उनके तबादले की बात सोशल मीडिया पर कही थी।
खबरों के मुताबिक मंगलवार शाम को जिला मुख्यालय पर विजयी प्रत्याशियों को प्रमाणपत्र दिए जा रहे थे। प्रमाणपत्र वितरण में देरी की जानकारी पर बीजेपी महानगर अध्यक्ष भानु महाजन समर्थकों के साथ पहुंचे। एडीएम प्रोटोकॉल कक्ष में प्रवेश किया। तो प्रोटोकॉल ने उन्हें टोकते हुए कहा, तुम बाहर जाओ। सिर्फ प्रत्याशी अंदर आएगा। व्यवस्था खराब मत करिए।
इस बात पर महानगर अध्यक्ष और प्रोटोकॉल के बीच तकरार हो गई। फिर कुछ देर बाद भाजपा विधायक राम प्रताप सिंह चौहान कलक्ट्रेट पहुंचे। कई भाजपा नेता व समर्थक मौजूद थे। यहां विधायक राम प्रताप चौहान के सामने महानगर अध्यक्ष और एडीएम प्रोटोकॉल पुष्पराज सिंह के बीच झड़प हो गई थी।
महानगर अध्यक्ष के साथ खड़े होकर विधायक एडीएम से वार्ता कर रहे थे। एडीएम हाथों के इशारों से उन्हें बताने लगे। विधायक ने एडीएम से कहा, हाथ नीचे करिए। फिर भानु की तरफ इशारा करते हुए बोले, ये भाजपा महानगर अध्यक्ष हैं और जिलाध्यक्ष भी। तभी भानु ने एडीएम से कहा, तमीज से बात करे कर तू...।
इसके बाद एडीएम ने कहा तू मुझसे बड़ा भाजपाई नहीं है और अभी तेरा नशा उतार दूंगा। इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर जैसे-तैसे उस समय दोनों को शांत कर दिया, लेकिन तब तक सारा मामला कैमरों में कैद हो गया था। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एडीएम की अभद्रता देख हर कार्यकर्ता कार्रवाई की मांग कर रहा था। गुरुवार को एडीएम प्रोटोकॉल पुष्पराज सिंह का तबादला करते हुए शासन ने उन्हें उप आवास आयुक्त बनाया गया। प्रकरण पर आगरा सांसद एसपी सिंह बघेल ने कहा कि कार्यकर्ता और जनता का सम्मान न करने वाले अधिकारी किसी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।