पत्रकार से कथित अभद्रता मामले में हुई एफ़आईआर पर अखिलेश बोले ये हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर मुरादाबाद पुलिस ने थाना पाकबड़ा में शनिवार 13 मार्च को 20 अज्ञात सपा नेताओं पर हाल ही में एक प्रेस बैठक में मीडियाकर्मियों पर हमला करने के मामले में एफआईआर दर्ज की है....

Update: 2021-03-14 03:59 GMT

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पत्रकारों की तथाकथित पिटाई मामले पर अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के 20 कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। वहीं अखिलेश यादव ने एफआईआर की कॉपी ट्वीट करते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा है।

अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'ये FIR हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने मेरे खिलाफ जो एफ़आईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहाँ प्रकाशित कर रहे हैं। अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे। ये FIR हारती हुई BJP की हताशा का प्रतीक है।'

इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर मुरादाबाद पुलिस ने थाना पाकबड़ा में शनिवार 13 मार्च को 20 अज्ञात सपा नेताओं पर हाल ही में एक प्रेस बैठक में मीडिया कर्मियों पर हमला करने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। मुकदमा संख्या 82/2021 की यह एफआईआर आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 342, और 323 (चोट पहुंचाने) के तहत दर्ज की गई है।

पुलिस ने मामले में दो स्थानीय पत्रकारों- उबैद उर-रहमान और फ़्ररिज़ शम्सी के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। सपा ने इस कदम को 'तानाशाही' बताया है। पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक हाल ही में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने मुरादाबाद में यादव की उपस्थिति में संवाददाताओं पर हमला किया था।

पत्रकारों पर हुए हमले के बारे में 'जनज्वार' ने सिलसिलेवार तरीके से पूरी खबर प्रकाशित की थी। इस बात की तस्दीक खुद अखिलेश यादव ने भी की थी। अखिलेश ने अपने दिए बयान में कहा है कि उनपर सुनियोजित तरीके से हमले की योजना थी। सरकार समर्थित पत्रकार उनकी किसी तरह बेइज्जती करने पर आमादा था। वो तो भला हो सुरक्षाकर्मियों ने मुझे रेस्क्यू कर लिया। 

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