अखिलेश यादव ने पीएम मोदी को कहा 'कैंचीजीवी', पूछा - किसानों के हत्यारों को सजा कब मिलेगी?
सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन में उमड़े जन सैलाब को देखकर पीएम मोदी ने काले-कानून वापस ले लिए।
नई दिल्ली। तीनों किसान कानून को वापस लेने के बाद बीजेपी और मोदी सरकार पर समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने रहम दिखाने के बदले पहले से ज्यादा आक्रामक हो गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने कहा था यूपी से बीजेपी ( BJP ) की प्रदेश जनता सफाई करेगी। उसके बाद ताजा ट्विट में उन्होंने अपने हमले को और धारदार बनाते हुए पीएम मोदी को 'कैंचीजीवी' ( Kainchijivi ) करार दिया है। बता दें कि किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नेताओं को पीएम मोदी ( PM Modi ) ने करीब एक साल पहले 'आंदोलनजीवी' ( Andolanjivi ) नाम दिया था।
सपा में 99% बन चुके बांध को भाजपाई 5 साल में पूरा कर पाये पर श्रेय लेने तुरंत दौड़े आए। बेरोज़गारी-महंगाई से त्रस्त बुंदेलखंड पूछता है कोरोना में प्रसव पीड़ा से तड़पती व एक बच्चे को अटैची पर ले जाने को मजबूर माँ के समय कहाँ थे ये 'कैंचीजीवी'।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 19, 2021
बुंदेलखंड पुकारता
नहीं चाहिए भाजपा pic.twitter.com/jLZZ3KRLqt
जनता की पुकार, नहीं चाहिए भाजपा सरकार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने कहा अपने ट्विट में लिखा कि सपा में 99% बन चुके बांध को भाजपाई 5 साल में पूरा कर पाए, लेकिन इसका श्रेय लेने तुरंत दौड़े आए। बेरोजगारी-महंगाई से त्रस्त बुंदेलखंड पूछता है कोरोना में प्रसव पीड़ा से तड़पती व एक बच्चे को अटैची पर ले जाने को मजबूर मां के समय कहां थे, ये 'कैंचीजीवी। बुंदेलखंड पुकारता है, नहीं चाहिए भाजपा सरकार।
जन सैलाब से डरे पीएम मोदी
अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 19, 2021
भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।
इसी तरह अमीरों की भाजपा सरकार ने भूमि अधिग्रहण व काले क़ानूनों के जरिए गरीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई, लेकिन क्या हुआ, सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन में उमड़े जन सैलाब को देखकर पीएम मोदी ने काले-कानून वापस ले लिए। उन्होंने भाजपा सरकार ( BJP Government ) से पूछा है कि काले कानून तो वापस ले लिए, लेकिन ये तो बताओ सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी?
विश्राम और जनेऊ घाट घाट पर उमड़ा जन सैलाब
बता दें कि बहराइच जिले के रिसिया के विश्राम घाट के सरयू तट पर लगे मेले में शुक्रवार की शाम जनसैलाब उमड़ पड़ा। बीते दो वर्षों के बाद मेला लगा था। जगह- जगह गुब्बारे, मिठाई व खिलौनों के साथ चाट के ठेले सजे हुए थे। भंडारे भी चल रहे थे। नाच गाने के साथ नाट्य मंडली भी अपनी प्रस्तुति दे रहे थी। प्राचीन शिव मन्दिर के अलावा सन्त शिरोमणि ब्रह्मलीन धुरिया बाबा आश्रम पर भी भक्तों का तांता लगा रहा। माना जा रहा है कि सपा ने मेले को सफल बनाने में अपनी ताकत झोंक दी है।
दो दिनों तक चलेगा मेला
इसी तरह विशेश्वरगंज के मोक्षद्वार सरोवर तथा विश्वामित्र धाम जनेऊ घाट पर मेला लगा। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने स्नान किया। मोक्षद्वार मेला दो दिनों तक चलता है। यहां दूर-दूर से दुकानदार अपनी दुकानें लगा कर मेले की शोभा बढ़ाते हैं। बच्चों के लिए झूला रोमांचक खेल आदि के संसाधन मेले में आकर्षक रूप में मौजूद होने से लोगों को आकर्षित करते हैं।