अखिलेश यादव ने की यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, बोले कानून व्यवस्था का संकट हो गया पैदा

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के कारण ही कानून-व्यवस्था का संकट उत्पन्न हुआ है, सरकारें अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी से हटकर जब दूसरे कामों में उलझती रहती हैं तो इस तरह के संकट तो पैदा होते ही रहेंगे। ऐसे में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए....

Update: 2020-07-29 01:30 GMT

लखनऊ। समाजवादी पार्टी(सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वर्तमान सरकार के कारण राज्य में कानून-व्यवस्था का संकट उत्पन्न हो गया है, इसलिए सपा यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती है।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि 'भाजपा सरकार के कारण ही कानून-व्यवस्था का संकट उत्पन्न हुआ है। सरकारें अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी से हटकर जब दूसरे कामों में उलझती रहती हैं तो इस तरह के संकट तो पैदा होते ही रहेंगे। ऐसे में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।'

उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में भाजपा सरकार से कानून-व्यवस्था नहीं संभल रही है। मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर में अपहरण कर 14 वर्षीय बलराम गुप्ता की हत्या के बाद अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये दिए। सपा की मांग है कि सरकार को कम से कम 50 लाख रुपये देने चाहिए। कानपुर में संजीत यादव की हत्या के मामले में भी पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये दिए जाने चाहिए।'

अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस अब तक कानपुर में संजीत यादव का शव बरामद नहीं कर सकी है। यह भाजपा सरकार के लिए कम शर्मनाक नहीं है। भाजपा सरकार के कारण ही कानून-व्यवस्था का संकट उत्पन्न हुआ है।

उन्होंने कहा कि नोएडा में महिला की हत्या, गाजियाबाद में दिनदहाड़े डकैती और मैनपुरी में प्रजापति समाज के लोगों को जिंदा जला दिया। संभल-चंदौसी में पिता-पुत्र की हत्या, प्रयागराज में एक ही परिवार के तीन लोगों की सामूहिक हत्या और कासगंज में तिहरा हत्याकांड जैसी दुखद घटनाएं भाजपा सरकार की नाकामी के उदाहरण हैं।

Tags:    

Similar News