'मेरी सांसें अब मुझसे झेली नहीं जा रहीं' सुसाइड नोट में पासवर्ड लिखकर कानपुर के लेक्चरर ने कर ली आत्महत्या

लेक्चरर अंकित ने अपने सुसाइड नोट में मोबाइल, क्रेडिट कार्ड, लैपटॉप, एटीएम सहित अन्य जरूरी चीजों के पासवर्ड लिख रखे थे, ताकि उसकी मौत के बाद परिजनों को कोई दिक्कत न हो...

Update: 2020-10-24 05:33 GMT

थाने में फंदे से लटका मिला युवक (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जनज्वार। यूपी के कानपुर में एक लेक्चरर जिंदगी से जंग में हार गया। वह घाटमपुर के एक कॉलेज में लेक्चरर था, साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करता था। बताया जा रहा है अपनी दी गई किसी भी परीक्षा में सफलता न मिलने पर उसने परिजनों के नाम एक सुसाइड नोट लिखकर गले मे फांसी का फंदा डालकर मौत को गले लगा लिया।

कल्याणपुर के मसवानपुर की शिवनगर कॉलोनी निवासी 28 वर्षीय अंकित अग्निहोत्री पुत्र विनोद अग्निहोत्री ने डिप्रेशन के चलते गुरुवार 22 अक्टूबर की रात को फांसी लगाकर जान दे दी। अंकित घाटमपुर के एक इंटर कॉलेज में लेक्चरर था। उसका शव घर में पंखे के कुंडे के सहारे लटकता मिला। परिजनों ने फांसी लगाने की वजह डिप्रेशन बताया है। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। लेक्चरर ने जान देने से पहले चार पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था।

सुसाइड नोट में अंकित ने लिखा है 'मैं जो कर रहा हूँ, वह मेरा अपना फैसला है। मैं शायद अपनी जिंदगी को संभाल नहीं पा रहा हूँ। इतनी घबराहट हो रही कि सह नहीं पा रहा हूँ। मेरी सांसें अब मुझसे झेली नहीं जा रहीं।' अंकित लेक्चरर की नौकरी करने के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहा था। कई परीक्षाएं देने के बाद भी उसे सफलता नहीं मिली, इसी डिप्रेशन को सुसाइड की वजह बताया जा रहा है।

सुसाइड नोट में लिख दिए पासवर्ड

मृतक अंकित ने अपने सुसाइड नोट में मोबाइल, क्रेडिट कार्ड, लैपटॉप, एटीएम सहित अन्य जरूरी चीजों के पासवर्ड लिख रखे थे। इसकी वजह रही कि उसकी मौत के बाद परिजनों को कोई दिक्कत न हो। पिता विनोद का कहना है कि रात खाना खाते वक्त उसके व्यवहार से ऐसा नहीं लग रहा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा।

इस मामले में एसएचओ कल्याणपुर अजय सेठ ने बताया 'परिजनों ने सुसाइड करने की वजह डिप्रेशन बताई है। जो सुसाइड नोट मिला है उसमें भी यही लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार वह खुद है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है।

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