गाजियाबाद में पानी पीने पर आसिफ की पिटाई और मंदिर का बोर्ड बना ट्रेंड, कहा #मंदिर_का_बोर्ड_नहीं_हटेगा
मंदिर के पुजारी ने 'जनज्वार' से बात करते हुए बताया कि मुस्लिम लोग हमें दुश्मन मानते हैं, इनको इनके मदरसों में यही सिखाया जाता है। बोर्ड लगाने के सवाल पर पुजारी ने बताया कि इन लोगों के प्रवेश पर रोक है।
जनज्वार ब्यूरो/गाजियाबाद। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में मंदिर में पानी पीने को लेकर मुस्लिम बच्चे की पिटाई ने खूब तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया में पिटाई के बाद पीटने वाले ट्रेंड कर रहे हैं। उनका भी अपना अलग स्टैंड है। 'जनज्वार संवाददाता' ने इस खबर को प्रमुखता से सबसे पहले ग्राउंड पर जाकर सभी का पक्ष उठाया दिखाया था। जिसके बाद देखने को मिला इस मामले में तीन धड़े बन चुके हैं और सब अपना पक्ष मजबूत रखने सहित समर्थन भी हासिल कर रहे हैं।
'जनज्वार' ने सबसे पहले जिस बच्चे आसिफ की पिटाई हुई थी, वहां जाकर उसका पक्ष जाना था। 'जनज्वार' से बात करते हुए आसिफ ने कहा था कि 'वह मंदिर के अंदर महज पानी पीने के उद्देश्य से गया हुआ था। सिर में पट्टी और शारीरिक चोटों के निशान दिखाते हुए उसने 'जनज्वार' संवाददाता को बताया था कि वह पानी पीकर बाहर निकला तभी बाहर खड़े दो पुजारियों ने उसका नाम पूछकर उसे पीटना शुरू कर दिया। और बहुत मारा।'
वहीं मंदिर के पुजारी से जब उनका पक्ष जाना गया तो उनने बताया कि 'यहां मुस्लिम समुदाय के बच्चे मंदिर के अंदर कई एक बहानो से घुस जाते हैं, फिर यहां गंदा काम करते हैं, लड़कियां छेड़ते है और चोरी करते हैं। यह लोग यहां शिवलिंग पर पेशाब करते हैं, मूर्तियों पर थूकते हैं। आप बताओ ये बाहर नल लगा है वहां से पानी क्यों पिया? यह लोग अंदर चोरी करने के लिए घुसते हैं। लाखों करोड़ों रुपये की ईंटें और लोहा चोरी हो गया। यह रेकी करके जाते हैं और मौका देखकर चुरा ले जाते हैं।'
मंदिर के पुजारी ने 'जनज्वार' से बात करते हुए बताया कि मुस्लिम लोग हमें दुश्मन मानते हैं, इनको इनके मदरसों में यही सिखाया जाता है। बोर्ड लगाने के सवाल पर पुजारी ने बताया कि इन लोगों के प्रवेश पर रोक है। मंदिर के अंदर बहन-बेटियां सुरक्षित रह सकें इसलिए यहां गेट भी लगवाया गया है। इस डासना गांव में 90 प्रतिशत मुस्लिम रहता है हम लोग इनके बीच किस तरह रहते हैं हम लोग ही जानते हैं। पुजारी ने बोर्ड हटाने के सवाल पर कहा कि यह बोर्ड तो हमेशा लगा रहेगा।'
पिटाई के आरोपी का गिरफ्तार होने और जेल जाने के सवाल पर पुजारी कहता है, 'वो हमारा दोस्त है, भाई समान है। हम उसके सपोर्ट में खड़े हैं। वो हमारे मंदिर समिति का सदस्य है। अच्छा काम किया है उसने हम लोग पूरे समर्थन से उसके साथ हैं और हमेशा रहेंगे। ऐसे कैसे साथ छोड़ दे उसका।'
वहीं एक वेबसाइट को साक्षात्कार देते हुए मंदिर के मुख्य पुजारी यति महाराज ने कहा कि 'यहां मुस्लिमों का बड़ा आतंक है। जब वो लोग कुछ करते हैं, तब कोई पत्रकार नहीं आता। अब हमारे आदमी ने दो थप्पड़ क्या मार दिए किसी को तो पूरा बवाल मच गया। ये बोर्ड यहां लगाया है हटाने के लिए थोड़ी ना लगाया है। ये यहां हमेशा ऐसे ही लगा रहेगा।'