योगीराज में दलितों पर जारी है अत्याचार, दबंगों ने दौड़ा-दौड़ाकर दलितों को पीटा, महिलाओं ने घेर लिया थाना

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में दबंगों ने एक दर्जन दलित व्यक्तियों को दौड़ा-दौडाकर पीटा। इस दौरान उन्होंने गांव में जमकर फायरिंग भी की। इस घटना में नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

Update: 2020-07-28 11:27 GMT

जनज्वार। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में दबंगों ने एक दर्जन दलित व्यक्तियों को दौड़ा-दौडाकर पीटा। इस दौरान उन्होंने गांव में जमकर फायरिंग भी की। इस घटना में नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, इस घटना का मुकदमा दर्ज नहीं होने के बाद दलित ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। दर्जनों महिलाओं ने थाने का घेराव कर लिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा करती रही। इस दौरान गुस्साएं ग्रामीणों ने सड़क को भी जाम कर दिया।

बाघराय थाने का घेराव और सड़क जमा की सूचना पर आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। करीब चार घंटे चले इस हंगामे के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने गुस्साएं लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और लालगोपालगंज- जेठवारा मार्ग से जाम को समाप्त कराया। लेकिन ठोस कार्रवाई न हो जाने तक महिलाएं थाने के अंदर ही मौजूद हैं। इस दौरान सड़क पर घंटों तक महिलाओं ने धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

दरअसल, पूरा मामला बीती शाम का है। यहां दबंगो ने दर्जन भर दलित युवकों को लाठी-डंडे और तलवार से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान दबंगों ने गांव में फायरिंग करते हुए सनसनी फैलाई। हमले में करीब 9 दलित युवक घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन पुलिस ने सुबह तक गिरफ्तारी तो छोड़िए मुकदमा तक दर्ज नहीं किया था। बाघराय पुलिस के इसी रवैये से दलित ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया और कई दलित थाने का घेराव करते हुए थाने के सामने जाम लगा दिए।

पूरा विवाद नागपंचमी के दिन अखाड़े को लेकर था। नागपंचमी के दिन अखाड़े में महेशगंज के आशिक अली, असगर अली कुश्ती प्रतियोगिता में दखल देने लगे। जिसके चलते दो पक्षो कहासुनी हुई, जिसमे मारपीट हो गयी थी। उसी घटना का बदला लेने दबंगों ने सोमवार को दर्जन भर दलितों पर हमला किया। गांव में घंटो तक तांडव करते रहे। वहीं पुलिस ने अब घटना में मुकदमा दर्ज किया है। 6 दबंगों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।

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