UP : बाहुबली विधायक ने कहा- ब्राह्मण हूं, इसलिए कभी भी हो सकता है मेरा एनकाउंटर

Update: 2020-08-14 06:19 GMT

जनज्वार। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में निषाद पार्टी से बाहुबली विधायक विजय मिश्र के अपनी हत्या की आशंका जताई है। मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हें परेशान किया जा रहा है और पुलिस कभी भी उनका एनकाउंटर कर सकती है। हालांकि उनके वायरल वीडियो में लगाए आरोप को पुलिस ने असत्य करार दिया है।

भदोही पुलिस ने गुरुवार को कहा कि विधायक विजय मिश्र ने बुधवार को एक वीडियो असत्य तथ्यों को आधार बनाकर अपने आपराधिक कृत्यों से ध्यान भटकाने तथा जनता में भ्रम फैलाने के उद्देश्य से जारी किया है। पुलिस के मुताबिक विजय मिश्र के विरुद्ध 73 अभियोग पंजीकृत हैं। सुरक्षा को लेकर उन्हें पहले ही गनर दिया गया है। उन्होंने वीडियो में जो भी आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह से असत्य और निराधार हैं।

इससे पहले विजय मिश्र सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में कभी भावुक तो कभी राजनीतिक दलील देते हुए कह रहे हैं कि उनकी पत्नी एमएलसी रामलली और बेटे विष्णु को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है। जिस बाहुबली की तूती पूर्वांचल में बोलती थी, उनका कहना है कि गोपीगंज पुलिस ने उनके परिवार का रहना खाना मुश्किल कर दिया है। विजय मिश्र वीडियो में ये भी कहते दिख रहे हैं कि उनके साथ ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि वे ब्राह्मण होकर चार बार से विधायक हैं। आगामी चुनाव में उनके क्षेत्र में कोई बाहरी उम्मीदवार लड़े, इसलिए उनकी हत्या कराई जा सकती है।

Full View

दरअसल विधायक विजय मिश्र, मीरजापुर-सोनभद्र एमएलसी रामलली मिश्र और उनके कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्र पर कृष्णमोहन तिवारी ने मुकदमा दर्ज कराया है। गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कौलापुर निवासी कृष्णमोहन तिवारी ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि विधायक विजय मिश्र उसके परिवार को मारपीट कर मकान पर कब्जा कर लिया है। उसके नाम से फर्म चलाई जा रही हैं। साथ ही कई विभागों में रजिस्ट्रेशन कराकर उनके नाम से ठेकेदारी भी हो रही है। रुपये का लेन-देन अपने स्वयं के फर्मों के खाते में, अपनी पत्नी रामलली और अपने पुत्र विष्णु मिश्र के खाते में जमा की जाती है। पुलिस ने इन मामलों में विधायक सहित उनकी पत्नी और बेटे पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट पर बाहुबली नेता विजय मिश्र ने लगातार चौथी बार जीत हासिल की थी। निषाद पार्टी से विजय मिश्र ने भाजपा के महेन्द्र कुमार बिंद शिकस्त दी थी। वह कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में भी रह चुके हैं। उन्होंने ज्ञानपुर सीट से 2002, 2007 और 2012 में विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट से जीता। 2017 में सपा ने विजय मिश्र का टिकट काट दिया था। इसके बाद वह निषाद पार्टी से चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे।

Similar News