बलिया गोलीकांड : छाती ठोंककर बोला भाजपा विधायक गोली चलाने वाला है मेरा आदमी, मीडिया को बताया गलत

बलिया गोलीकांड पर भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह बोले क्रिया की होती है प्रतिक्रिया, जब किसी के परिजनों को कोई मारेगा तो वो भी पलटवार करेगा, यही इस मामले में भी हुआ...

Update: 2020-10-16 07:51 GMT

जनज्वार, बलिया। उत्तर प्रदेंश के बलिया में कोटा आवंटन को लेकर बुलाई गई खुली बैठक में एक शख्स की हत्या के मामले बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने डंके की चोंट पर आरोपी को अपना राईट हैंड बताया है। विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गोलीकांड का आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उनका सहयोगी रहा है। विधायक ने कहा मै झूठ नहीं बोलता हूँ, धीरेंद्र सिंह बीजेपी का सहयोगी है। अगर किसी के परिजन को कोई मार देगा तो क्रिया की प्रतिक्रिया होती है, यही इस मामले में भी हुआ।

विधायक सुरेंद्र सिंह ने मीडिया को भी आड़े हाथों लिया है कहा कि मीडिया एकपक्षीय कार्रवाई करता है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मीडिया को सही बातें दिखाना चाहिए। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि मेरे दरवाजे पर जो भी आता है, मैं उसका स्वागत करता हूं। पार्टी का कार्यकर्ता होने के नाते आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह भी मेरे पास आया होगा।

बताया जा रहा है कि दबंग धीरेंद्र सिंह बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह का दाहिना हाथ है। पता चला है कि धीरेंद्र सिंह पहले भी कई बार अधिकारियों से अभद्रता कर चुका है। साथ ही वह फौज से रिटायर बताया जाता है।

Full View

डीआईजी आजमगढ़ सुभाष चन्द्र दुबे भी बलिया में कैंप कर रहे हैं। डीआईजी सुभाष चन्द्र दुबे ने जनज्वार को बताया कि मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह समेत 8 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस केस में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। मौके पर पकड़े जाने के बाद भी मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह भाग निकला।

जब उनसे जनज्वार ने पूछा की कल मृतक के पुत्र का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उसने धीरेन्द्र को भाजपा विधायक का भाई बताया था, के जवाब में डीआईजी ने कहा, आरोपी भाजपा विधायक का भाई है कि नहीं इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। डीआईजी ने दावा किया कि मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। 

जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक मौके पर मौजूद अधिकारियों के जाने के बाद मौजूद रही रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुटी रही थी, जबकि एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गयी।

बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईंट-पत्थर चलने लगे। इसी बीच विधायक के नजदीकी धीरेन्द्र सिंह ने फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को 4 गोलियां मारी गईं। गोली चलते ही अफरातफरी मच गई। भगदड़ के बीच ईंट-पत्थर चलने से 6 लोग घायल भी हुए थे। वहीं जयप्रकाश की मौके पर ही मौत हो गयी।

Tags:    

Similar News