यूपी के इस जिले में श्मशान घाट की वीडियो-फोटोग्राफी पर लगी पाबंदी, ऐसा करने पर होगी कड़ी कार्रवाई
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि कई संवेदनहीन लोग अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर रहे हैं। यह विधिक और धार्मिक रूप से भी सही नहीं है...
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बाबा मुक्तेश्वर नाथ मुक्ति धाम अंत्येष्टि स्थल पर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर रोक लगा दी गई है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि कई संवेदनहीन लोग अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर रहे हैं। यह विधिक और धार्मिक रूप से भी सही नहीं है। ऐसे में अगर किसी भी व्यक्ति को अंत्येष्टि स्थल पर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करते हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त ने बुधवार 28 अप्रैल को अंत्येष्टि स्थल पर निगम द्वारा किए गए इंतजामों की जांच की। उन्होंने आम लोगों से अपील की, कि ऐसा कोई काम न करें जिससे अंत्येष्टि करने आए परिजनों की भावनाएं आहत हों। इसके बाद उन्होंने स्थल एवं आस-पास का सैनिटाइजेशन कराया। वहां तैनात कर्मचारियों को स्वयं की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए दाह संस्कार आदि करने के निर्देश दिए।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक गोरखपुर शहर के बाबा मुक्तेश्वर नाथ मुक्ति धाम (अंत्येष्टि स्थल) पर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर रोक लगा दी गई है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि कई संवेदनहीन लोग अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर रहे हैं। यह विधिक और धार्मिक रूप से भी सही नहीं है। ऐसे में अगर किसी भी व्यक्ति को अंत्येष्टि स्थल पर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करते हुआ पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जनपद के नगर आयुक्त का कहना है कि बार-बार यह शिकायत मिलती रहती है कि अंत्येष्टि स्थल पर पार्थिव शरीर का दाह संस्कार किए जाने के लिए रकम की मांग की जाती है। इस संबंध में जानकारी प्राप्त हुई है कि जो लोग पहले से दुकानदारों को लकड़ी बेचते आए हैं, उनमें से ही किसी व्यक्ति के द्वारा ऐसा किया जा रहा है। ऐसे लोगों को चेतावनी दी गई है। वहीं रकम लिए जाने के मामले में जो लोग भी पकड़े गए हैं, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
राप्ती नदी के किनारे अंत्येष्टि स्थल पर गैस आधारित एक और अंत्येष्टि संयंत्र लगेगा। कमिश्नर जयंत नार्लिकर के निर्देश के बाद नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार को कमिश्नर ने राप्ती तट स्थित अंत्येष्टि स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लकड़ी आधारित प्रदूषणमुक्त दो प्लेटफॉर्म के अलावा गैस आधारित प्रदूषणमुक्त मात्र एक ही संयत्र स्थापित किया गया है। यहां गैस आधारित संयंत्र की आवश्यकता है।
ऐसे में नगर निगम प्रशासन तत्काल इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करे। कमिश्नर के आदेश के अनुसार तत्काल ही नगर निगम प्रशासन की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई। बताया गया कि प्लेटफॉर्म, दिल्ली स्थित फर्म द्वारा तैयार करा लिया गया है। जल्द ही इसकी भी स्थापना अंत्येष्टि स्थल पर करा दी जाएगी।