Banda Boat Accident : बांदा में सवारियों से भरी नाव यमुना में डूबी, 3 शव बरामद, 17 लापता, मचा कोहराम
Banda Boat Accident : बांदा में नाव पलटने के बाद 15 लोग तैरकर बाहर आ गए। 17 अभी भी लापता हैं। यमुना नदी से 3 शव बरामद होने की सूचना है। राहत कार्य 10 घंटे बाद भी जारी है।
Banda Boat Accident : उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के बांदा ( banda ) में बीती रात यमुना नदी में सवारियों से भरी नाव अचानक पलट गई। संतुलन बिगड़ने की वजह से यह दर्दनाक हादसा ( banda Boat Accident ) हुआ। नाव के पलटते ही कोहराम मच गया। इस हादसे में राहत-बचाव का काम 10 घंटे बाद भी जारी है। ताजा अपडेट के मुताबिक नाव पलटने के बाद 15 लोग तैरकर बाहर आ गए। 17 अभी भी लापता हैं। यमुना नदी से 3 शव ( three dead body recovered ) अभी तक बरामद हुए हैं। लापता लोगों की तलाश जारी है। आशंका ये है कि लापता लोग यमुना ( Yamuna river ) में डूब गए और तेज धार में उनका शव बह गया।
इस घटना की सूचना मिलने के तत्काल बाद एनडीआरएफ ( NDRF ) और एसडीआरएफ ( SDRF ) 30 सदस्यीय टीम ने मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन ( rescue operation) जिंदगी के नाम से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। यह ऑपरेशन 10 घंटे बाद भी जारी है। एनडीआरएफ के कमांडर नीरज मिश्रा ने बताया कि लापता लोगों की तलाश चल रही है। शुक्रवार सुबह सीओ पुलिस लाइन ने मौके पर मामले का जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक नाव में 35 लोग सवार थे।
बांदा ( Banda news ) में दर्दनाक हादसे के बाद यमुना नदी के किनारे पूरी रात लापता लोगों के परिजन और गांव के लोग बैठे रहे। रुक-रुककर लोगों के रोने-चीखने की आवाज आती रही। डीएम अनुराग पतले, एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्रा, एडीएम सुरभि भी मौके पर लोगों के साथ बचार कार्य में जुटे रहे। डीएम अनुराग पटेल ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है। लोकल गोताखोर स्टीमर व नाविक भी हैं, जो उन्हें गाइड कर रहे हैं।
हादसे के बाद नौनिर्यां यात्रा का आयोजन रद्द
प्रत्यक्षदर्शी व स्थानीय निवासी विजय शंकर ने बताया कि हर साल रक्षाबंधन के दिन यमुना नदी के किनारे मेला लगता है। इस मेले को नवी मेला कहते हैं। इसमें ग्रामीण शामिल होते हैं। महिलाएं यमुना नदी में नौनिर्यां की यात्रा करती हैं लेकिन गुरुवार दोपहर नाव डूब जाने की वजह से मेला का आयोजन नहीं किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि 10 से अधिक लोगों की मौत हुई है। नाव पर 20 लोगों के बैठने की क्षमता थी जबकि 35 लोगों के अलावा कुछ मोटरसाइकिल भी लदी थीं। मौके पर पहुंचे एसपी भिनंदन ने बताया कि एक पुरुष, एक महिला और एक साल के बच्चे का शव मिला है।
संतुलन बिगड़ने से पलट गई नाव
दरअसल, रक्षाबंधन पर समगरा गांव से महिलाएं और अन्य लोग मरका घाट पर पहुंचे थे। यमुना नदी पार करके फतेहपुर जिले के असोथर घाट जाने के लिए नाव पर 35 लोग सवार हुए थे। यमुना नदी में बीच धारा में पहुंचते ही नाव का बैलेंस बिगड़ गया और वह पलट गई। नदी से बचकर आए केपी यादव ने बताया कि मैं लखनऊ से समधरा आया था। समधरा अपनी वाइफ को छोड़कर अपनी बहन के घर राखी बंधवाने जा रहा था। मुझे बरैची जाना था। मैं मोटरसाइकिल से अकेला जा रहा था। मैं नाव पर मोटरसाइकिल के साथ सवार हुआ। मेरी मोटर साइकिल डूब गई। उन्होंने बताया कि मैं किसी तरह बांस के सहारे बाहर निकल पाया। नाव की पतवार अचानक से टूट गई। तेज बहाव की वजह से नाव असंतुलित हो गई। नाविक संभाल नहीं पाया। उसके बाद नाव पलट गई। कुछ लोग तो बच गए हैं लेकिन अभी बहुत लोग लापता हैं।
हादसे में इनकी हुई मौत
फुलवा : उम 45, निवासी सावला डेरा जरौरी जिला फतेहपुर।
किशन : उम्र एक साल, पुत्र दिनेश यादव निवासी मरका।
राजरानी : उम्र 40, निवासी कउहन जिला फतेहपुर।