यूपी के कानपुर में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक, चिड़ियाघर सील - मारे जाएंगे जंगली पक्षी
प्राणी उद्यान के निदेशक सुनील चौधरी ने बताया कि भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान की लैब ने कानपुर चिड़ियाघर में मरे पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि की है....
कानपुर से मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार ब्यूरो। यूपी के कानपुर में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। बुधवार को शहर के चिड़ियाघर में दो जंगली मुर्गों सहित चार पक्षियों की मौत के बाद भेजे गए सैंपल में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई है। भोपाल की एक लैब से सैंपल रिपोर्ट आने के बाद शहर में हड़कंप मच गया है। अगले आदेश तक चिड़ियाघर को सील कर दिया गया है। इस सिलसिले में देर रात डीएम कानपुर नगर ने आपात बैठक भी की है।
बैठक के बाद एहतियातन चिड़ियाघर के बाड़ो में रखे गए सभी पक्षियों को मारने का आदेश जारी किया गया है। पक्षियों को मारने का काम भी शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है आज शाम तक सभी पक्षियों को मार दिया जाएगा। एहतियात के तौर पर जंगली मुर्गों को मारे जाने की बात सामने आ रही है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कानपुर ऐसा पहला शहर है जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
निदेशक प्राणी उद्यान सुनील चौधरी ने बताया कि भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान की लैब ने कानपुर चिड़ियाघर में मरे पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि की है। बर्ड फ्लू गाइडलाइन के तहत अगले आदेश तक जू को बन्द कर दिया गया है। फिलहाल जू में किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध कर दिया गया है। इसके अलावा स्टॉफ को भी पूरे एहतियात बरतने के निर्देश हैं। इसके अलावा सुनील चौधरी ने डॉक्टरों की आपात बैठक भी बुलाई है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी व बर्ड फ्लू कंट्रोल के नोडल ऑफिसर डॉ आरपी मिश्रा ने जनज्वार को बताया कि चिड़ियाघर के बाड़ो में बंद सभी पक्षी मारे जाएंगे। जू के आसपास रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। साथ ही दस किलोमीटर के दायरे में मांस व मुर्गे के मीट की दुकाने भी बन्द करवाई जाएगी।
सीएमओ कानपुर डॉ अनिल कुमार मिश्रा ने जनज्वार से बात करते हुए जानकारी दी कि सभी अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजर जरूरी है। बर्ड फ्लू भी कोरोना जैसा घातक संक्रमण है। जिसकी मृत्यु दर भी अधिक है। कोविड गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है, साथ ही पक्षियों से भी दूर रहें। पिछले कुछ दिनों में चिड़ियाघर गए लोग खुद को क्वारन्टीन कर लें। बीमारी का कोई लक्षण दिखने पर लापरवाही न करें डॉक्टर को दिखाएं।