लखीमपर में ब्लॉक प्रमुख की दावेदारी को लेकर भाजपा नेताओं में जूतमपैजार, नामांकन में लहरी रिवॉल्वर
वर्चस्व की इस लड़ाई में विधायक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख में हुई मारपीट के बाद दोनों नेताओं को भाजपा जिलाध्यक्ष ने तलब किया है, दोनों नेताओं में ब्लॉक प्रमुख की दावेदारी को लेकर भीषण मारपीट हो गई.....
जनज्वार/लखीमपुर खीरी। भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता जो करें कम है। एक तरफ उनके शीर्ष नेता एक झूठ को झुठलाने के लिए झूठ दर झूठ बोल रहे हैं तो नीचे के वर्चस्व और गुंडई फैला रहे हैं। जनपद की तहसील में जिला पंचायत चुनाव के नामांकन का पर्चा वापसी को लेकर भाजपा नेताओं के दो गुटों में जूतमपैजार हो गई। यहां तक कि रिवॉल्वरें तक लहर गईं।
जनपद खीरी के नकहा ब्लाक में सदर विधायक द्वारा दबाव डालकर बीडीसी प्रत्याशियों के पर्चे वापस कराने का निवर्तमान प्रमुख पवन गुप्ता ने आरोप लगाया। जिसके बाद बीजेपी के दोनों गुट आमने-सामने आ गए। दोनों नेताओं के गुट आपस मे भीड़ गए और पुलिस के सामने ही पिस्तौल निकाल ली गई। इस दौरान गरीबों के कपड़े फाड़ने वाली पुलिस सिवा मूकदर्शक बनने के और कुछ ना कर सकी।
दरअसल इस फोटो में नीले रंग की टीशर्ट पहने हुए जो व्यक्ति झगड़ा कर रहा है वह भाजपा से सदर विधायक योगेश वर्मा है और सफेद कुर्ता पजामा पहने हुए व्यक्ति भाजपा का ही पूर्व ब्लाक प्रमुख नकहा पवन गुप्ता है। सदर विधायक योगेश वर्मा ने पूर्व ब्लाक प्रमुख पवन गुप्ता और उनके भाई संजय गुप्ता के साथ हाथापाई व मारपीट कर दी। जिसके बाद संजय गुप्ता ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकालकर फायर करने की कोशिश की।
हंगामे की सूचना पाकर मौके एसडीएम सदर व सीओ सहित भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। एसडीएम ने मामला शांत कराने की नाकाम कोशिशकी। वर्चस्व की इस लड़ाई में विधायक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख में हुई मारपीट के बाद दोनों नेताओं को भाजपा जिलाध्यक्ष ने तलब किया है। दोनों नेताओं में ब्लॉक प्रमुख की दावेदारी को लेकर जबरदस्त मारपीट हो गई। दोनों ने एक दूसरे के साथ उठा-पटक की।
लखीमपुर में भाजपा नेताओं के बीच हुई गुत्थमगुत्था को लेकर सपा नेता क्रांति कुमार कहते हैं यह भाजपा नेताओं की संरक्षित गुंडागर्दी है। एक बात बताइए कि जब चुनाव के मद्देनजर शस्त्र लायसेंस जमा कराए जा रहे हैं तो इनकी रिवॉल्वर क्यों जमा नहीं की गई। और आप तहसील के अंदर रिवाल्वर निकालकर झगड़ा मारपीट कर रहे हैं। शुक्र है कि गोली नहीं चली वरना पता नहीं किसे लगती। इसपर जनपद के प्रशाशन को तुरत संज्ञान लेकर दोनों पार्टियों पर तत्काल मुकदमा दर्ज करने की आवश्यकता है।