UP के लखीमपुर खीरी में भाजपा छात्रनेता की गोली मारकर हत्या, पुरानी रंजिश में चाचा ने उतारा मौत के घाट

शुरुआती जानकारी के मुताबिक अमन की हत्या के पीछे उसके सौतेले चाचा का हाथ है और मामला दस साल पुराने किसी मर्डर से जुड़ा है...

Update: 2020-09-18 08:53 GMT

जनज्वार, खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी में 25 वर्षीय छात्र नेता अमन बाजपेई की 17 सितंबर की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता थे और छुट्टियों पर अपने घर गोला गए हुए थे। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि छात्र नेता की हत्या पारिवारिक विवाद के चलते हुई है।

मारे गए छात्र नेता अमन का घर गोला के लक्ष्मी नगर कॉलोनी इलाके में बना है। गुरुवार 17 सितंबर की देर रात उनके परिवार में झगड़ा हो गया। सूत्रों के मुताबिक यह झगड़ा उनके रिश्तेदारों से हुआ था। झगड़े के दौरान विवाद इतना बढ़ा कि उनके रिश्तेदारों ने सामने से ताबड़तोड़ गोलियां चली दीं। बताया जा रहा है कि अमन के सीने और पेट में कई गोलियां लगीं।

गोलियां बरसाने के बाद हमलावर मौके से भाग गए। परिजन अमन को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अमन का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक अमन की हत्या के पीछे उसके सौतेले चाचा का हाथ है और मामला दस साल पुराने किसी मर्डर से जुड़ा है...

छात्रनेता अमन बाजपेई भारतीय जनता पार्टी में युवा मोर्चा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूर्व नगर संयोजक रह चुका था। हाल ही में अमन लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी कर रहा था। इसके अलावा वह एबीवीपी का सक्रिय कार्यकर्ता भी था।

पुलिस के मुताबिक अमन के बाबा रामराखन बाजपेई गन्ना समिति में कई बार संचालक और केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में प्रबंधक व अध्यक्ष रह चुके हैं। झगड़ा की वजह कोई पुरानी रंजिश सामने आ रही है। कई एंगल से घटना पड़ताल की जा रही है। जल्दी ही खुलासा किया जाएगा।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक अमन की हत्या में सौतेले चाचा का हाथ है। गुरुवार 17 सितंबर की रात करीब 11 बजे खाना खाकर टहलने के लिए निकला था। घर से थोड़ी दूर स्थित लोक निर्माण विभाग चौराहे पर उसके सौतेले चाचा कुलदीप बाजपेई ने तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी है। घटना के पीछे 10 वर्ष पहले हुए कुलदीप के भाई संदीप की आत्महत्या को लेकर चल रही रंजिश बताई जा रही है। 

सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने अमन की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मृतक अमन के बाबा रामराखन बाजपेई गन्ना समिति में कई बार संचालक और केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में प्रबंधक रह चुके हैं। 

मृतक के पिता विजय बाजपेई केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं और अमन बाजपेई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूर्व नगर संयोजक रह चुका है। फिलहाल वह लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी कर रहा था। घटना के बाद परिजन और इलाके में कोहराम मचा हुआ है। 

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