बसपा का टिकट मांग रहे कारोबारी ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा - दो करोड़ मांग रही थी पार्टी
व्यापारी डेढ साल बाद होने जा रहे यूपी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था और इसके लिए लंबे समय से पार्टी की टिकट के लिए प्रयासरत था। परिवार के अनुसार, बीच में उसकी बात बनी थी...
जनज्वार। उत्तरप्रदेश के गाजीपुर में चुनाव लड़ने की चाहत रखने वाले एक बरतन कारोबारी ने आत्महत्या कर ली। गाजीपुर के सदर कोतवाली के महाराजगंज गांव के बरतन कारोबारी मुन्नू ठठेरा मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे और इसके लिए 2022 का टिकट पक्का करवाना चाहते थे, लेकिन पार्टी की ओर से साकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने से निराश थे।
मुन्नू ठठेरा ने मंगलवार की रात आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस मामले में कहा कि मृतक कस सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें उन्होंने बहुजन समाज पार्टी पर चुनाव टिकट के बदले दो करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है। व्यापारी का सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें 2022 में चुनाव लड़ने के लिए बसपा नाम का जिक्र करते हुए दो करोड़ रुपये मांगने का उल्लेख किया गया है।
इस मामले में मृतक के परिजनों ने कहा है कि वे 1987 से बसपा से जुड़े थे और उसके टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। मृतक की बेटी व पत्नी ने सुसाइड नोट में उनके हेंडराइटिंग की पुष्टि की है। मृतक की बेटी ने कहा कि उसके पिता की बसपा के किसी नेता से फोन पर बात हुई थी और विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट का आश्वासन भी उस ओर से मिला था।
दूसरी ओर बसपा जिला अध्यक्ष गुड्डू राम ने इससे पल्ला झाड़ा है और कहा है कि पार्टी का उक्त बरतन कारोबारी से कोई नाता नहीं था। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और अभी किसी आखिरी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है।
बहुजन समाज पार्टी पर पहले भी कई बार पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगता रहा है। राजनीति में ऐसे भी चुनावी टिकट के लिए कई तरह के प्रयास दावेदारों को करना पड़ता है, जिसमें पार्टी फंड से लेकर चुनाव तय करने वाले प्रमुख नेताओं तक का ख्याल दावेदारों का करना पड़ता है।