हाथरस कांड में CBI को जेल से मिले अहम सुराग, हटाये गए दोनों चिकित्सक हुए बहाल
अलीगढ़ के जेल अधीक्षक आलोक सिंह का कहना है कि सीबीआई की टीम तीसरी बार गुरुवार दोपहर बाद जिला कारागार पहुंची थी, जहां आरोपियों से घंटों तक पूछताछ की गई, पूछताछ के बाद सीबीआई टीम वापस चली गई.....
अलीगढ़। हाथरस मामले में जांच कर रही सीबीआई की टीम चौथी बार अलीगढ़ जेल पहुंची। जेल में चारों आरोपियों से अलग-अलग कई घंटे पूछताछ की गई। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने सबसे अधिक पूछताछ मुख्य आरोपी संदीप से की। वहीं हाथरस पीड़िता के मेडिकल को लेकर एएमयू के दोनों डॉक्टरों को उच्चाधिकारियों से मिली संतुस्ति के बाद बहाल कर दिया गया है।
बता दें कि, अलीगढ़ जेल सजा काट रहे हाथरस की बिटिया के चारों आरोपियों से पूछताछ करने के लिए सीबीआई की टीम सोमवार 19 अक्टूबर को जेल पहुंची थी। इसके बाद टीम के सदस्यों ने जेल व एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचकर विभिन्न बिंदुओं पर जांच की थी। मेडिकल कॉलेज में पीड़िता का इलाज करने वाले चिकित्सकों से विभिन्न सवालों का जवाब मांगते हुए कुछ दस्तावेज भी मांगे गए थे।
सोमवार के बाद बुधवार 21 अक्टूबर को सीबीआई की दो टीमें फिर अलीगढ़ जेल गईं थीं। गुरुवार दोपहर सीबीआई की टीम एक बार फिर से अलीगढ़ जेल व मेडिकल कॉलेज पहुंची। जेल में मुख्य आरोपियों से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। वहीं मेडिकल कॉलेज में पीड़िता के इलाज टीम में शामिल चिकित्सकों के अलावा स्टाफ से भी बातचीत की गई। सूत्रों के मुताबिक टीम को मेडिकल कॉलेज व जेल से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
हाथरस मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने जेएन मेडिकल कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। पीड़िता कॉलेज में रेफर होकर कब आई और कब दिल्ली रेफर हुई, इस बीच के सीसीटीवी फुटेज सीबीआई की टीम ने कॉलेज प्रशासन से मांगे हैं। ऐसे में अब कॉलेज के अधिकारी फुटेज निकालने में लगे हैं।
अलीगढ़ के जेल अधीक्षक आलोक सिंह का कहना है कि सीबीआई की टीम तीसरी बार गुरुवार दोपहर बाद जिला कारागार पहुंची थी। जहां आरोपियों से घंटों तक पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद सीबीआई टीम वापस चली गई।
सोमवार सुबह सीबीआई की टीम ने हाथरस की पीड़िता का इलाज करने वाले चिकित्सकों व स्टाफ की सूची मांगकर उनसे घंटों तक पूछताछ की थी। पूछताछ को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि मंगलवार 20 अक्टूबर की दोपहर ट्रामा सेंटर और इमरजेंसी के कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉ. एसएएच जैदी की तरफ से एक नोटिस जारी करके दो मेडिकल ऑफिसर डॉ. उबैद इम्तियाज उल हक व डॉक्टर मोहम्मद अजीमुद्दीन मलिक को पद से हटा दिया गया था।
नोटिस में कहा गया था कि, संबंधित दोनों डॉक्टर अपनी किसी भी तरह की ड्यूटी को आगे परफॉर्म न करें। दोनों चिकित्सकों ने हटाने पर आपत्ति जताते हुए वीसी को पत्र लिखा था। इंतजामिया ने पत्र का संज्ञान लेते हुए कहा था कि उनका टर्म खत्म हो चुका है। सीएमओ इंचार्ज की ओर से रिनुअल के लिए पत्र लिखा जाएगा तो विचार किया जाएगा।
जिसके बाद बुधवार 21 अक्टूबर को चीफ मेडिकल ऑफीसर की ओर से दोनों को फिर से रखने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। गुरुवार 22 अक्टूबर को उच्चाधिकारियों ने इस मामले में निर्णय लेते हुए दोनों मेडिकल अधिकारियों को बहाल कर दिया।