हाथरस केस में मिली अगली सुनवाई की तारीख, UP के कई आलाधिकारियों को कोर्ट ने किया तलब
सीबीआई की टीम पीड़िता के भाई की कॉल रिकार्डिंग का सच भी तलाशेगी, पीड़िता के बयान और उसकी मां के बयान की जाँच भी होगी कि क्या इन लोगों ने बार-बार बयान तो नहीं बदले थे, इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की जांच भी की जाएगी.....
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई 19 वर्षीय लड़की की नृशंश हत्याकाण्ड की आज लखनऊ के हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है। दूसरी तरफ सीबीआई ने भी जाँच शुरू कर दी है। यूपी सरकार के कई आलाधिकारी कोर्ट रूम में मौजूद हैं। साथ ही हाथरस के डीएम, एसपी समेत तमाम प्रशासनिक व्यक्तियों की मौजूदगी में सुनवाई चल रही है।
गौरतलब है कि हाथरस काण्ड में आज सुबह से सीबीआई की टीम ने चंदपा गांव पहुँचकर मामले में साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। सीबीआई की टीम ने 307/376D/302 व 34 आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा एसआईटी की टीम से भी सीबीआई कुछ अहम सबूत भी लेगी। सीबीआई की टीम पीड़िता की जांच में 10 अहम सवालों का पता लगाएगी। जिसमें पुलिस की लापरवाही सहित पीड़िता और पीड़िता की मां के बयान की जांच करेगी।
सीबीआई की टीम पीड़िता के भाई की कॉल रिकार्डिंग का सच भी तलाशेगी। पीड़िता के बयान और उसकी माँ के बयान की जाँच भी होगी कि क्या इन लोगों ने बार-बार बयान तो नहीं बदले थे। इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की जांच भी की जाएगी। पीड़िता का परिवार आज कड़ी निगरानी में लखनऊ हाईकोर्ट ले जाया गया है। पीड़िता के परिवार के पाँच सदस्य कोर्ट के अन्दर सुनवाई में मौजूद बताए जा रहे हैं। जिसमें पीड़िता की माँ-पिता, दोनो भाई व भाभी कोर्ट के अन्दर उपस्थित हैं।
यूपी सरकार की तरफ से कोर्ट में तमाम आलाधिकारियों को भी तलब किया गया है। जिनमें मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव हितेश चन्द्र अवस्थी, एडीजी प्रशांत कुमार, डीजीपी सहित हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार, एसपी विक्रांत वीर भी मौजूद हैं। यूपी सरकार की तरफ से अधिवक्ता विनोद शाही कोर्ट में हाजिर हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीड़िता के परिवार ने कोर्ट से मामले को दिल्ली अथवा बम्बई शिफ्ट किए जाने की मांग की है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस राजन रॉय की पीठ के समक्ष सुनवाई हुई। सुनवाई की अगली तारीख 2 नवंबर तय की गई है।