हाथरस गैंग रेप : CM योगी अपनी नाकामी का ठीकरा फोड़ सकते हैं स्थानीय प्रशासन पर, DM और SP पर गिर सकती है गाज

हाथरस गैंगरेप केस को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हरकत में आ गई है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार हाथरस के जिलाधिकारी और SP के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. दोनों अधिकारियों पर किसी भी वक्त गाज गिर सकती है. जिस तरीके से हाथरस प्रशासन ने इस पूरे मामले को हैंडल किया है उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं और जल्द ही कार्रवाई के आसार हैं.

Update: 2020-10-02 12:05 GMT

जनज्वार। हाथरस गैंगरेप केस को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हरकत में आ गई है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार हाथरस के जिलाधिकारी और SP के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. दोनों अधिकारियों पर किसी भी वक्त गाज गिर सकती है. जिस तरीके से हाथरस प्रशासन ने इस पूरे मामले को हैंडल किया है उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं और जल्द ही कार्रवाई के आसार हैं.

बता दें कि इस पूरे केस में हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार और एसपी ने जिस तरह से कार्रवाई की, उसके बाद से ही वो निशाने पर हैं. DM प्रवीण कुमार पर तो गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने गंभीर आरोप भी लगाए हैं. पीड़िता के परिजनों ने प्रशासन पर धमकाने और दबाव डालने का आरोप लगाया है.

गुरुवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें हाथरस के डीएम पीड़ित परिवार को धमकी देते दिख रहे हैं. हाथरस के डीएम कह रहे हैं कि मीडिया वाले तो चले जाएंगे, लेकिन प्रशासन को यहीं रहना है. हाथरस के पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको धमकाया जा रहा है. केस को रफा-दफा करने के लिए दवाब डाला जा रहा है. पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर भी हाथरस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. पीड़िता का रात में अंतिम संस्कार किया गया था. हाथरस प्रशासन इस फैसले पर घिरा है. बीजेपी के अंदर से ही इस फैसले के खिलाफ आवाज उठने लगी है. केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि पीड़िता का शव परिजनों को दिया जाना चाहिए था.

बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस की लड़की के साथ गैंगरेप हुआ था. आरोप है कि गैंगरेप के बाद आरोपियों ने युवती की जीभ काट दी थी और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी. पीड़िका की हालत खराब होने के बाद इलाज के लिए उन्हें दिल्ली ले जाया गया था. मंगलवार की सुबह उन्होंने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. प्रदेश की पुलिस पर मामले में लीपापोती का आरोप लगा है.

एक ओर जहां हाथरस के डीएम और एसपी पर लापरवाही के आरोप हैं तो एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार तो दावा कर रहे हैं कि युवती के साथ रेप हुआ ही नहीं. उन्होंने बताया कि युवती की मौत गले में चोट लगने और उसके कारण हुए सदमे की वजह से हुई थी. फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट से भी यह साफ जाहिर होता है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ. 

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