पीलीभीत में पुलिस अधिकारी ने BJP कार्यकर्ता पूर्व प्रधान पति से पुजारी के पैर छुआकर क्यों रगड़वाई नाक!
प्रधान पति संजीव का कथित तौर पर सीओ द्वारा अपमान किये जाने की सूचना जब पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी तक पहुंची तो उन्होंने भी डीएम, एसपी से बात की और डीएम ने तुरंत इंस्पेक्टर बिलसंडा को फोन कर मामले की रिपोर्ट ली, पूर्व मंत्री मेनका गांधी ने सीओ से भी बात की और उन्हें फटकार लगायी....
जनज्वार, पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। आरोप है कि एक पुलिस अधिकारी ने भाजपा ने जुड़े पूर्व प्रधान पति से एक युवक के पैर छुआकर नाक रगड़वायी है। अब यह मामला सरकार तक पहुंच चुका है, जिसकी जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक पीलीभीत में बिलसंडा के मरौरी खास गांव के भाजपा से जुड़े पूर्व प्रधान पति ने सीओ बीसलपुर विनीत सिंह पर एक मंदिर व्यवस्थापक के पैर छुआकर नाक रगड़वाने का आरोप जड़ा है।
इस मामले ने तब राजनीतिक रंग लेना शुरू किया जब यह भाजपा विधायक रामसरन वर्मा तक पहुंचा। विधायक रामसरन ने इस मामने में अपर मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी, डीआईजी और डीएम, एसपी तक फोन कर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की इस तरह सरेआम बेइज्जती बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
घटनाक्रम के मुताबिक सीओ विनीत सिंह बुधवार 10 मार्च की दोपहर को महाशिवरात्रि पर्व से पूर्व मंदिरों का निरीक्षण करने निकले थे। उनके साथ इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार भी थे। भाजपा से जुड़े पूर्व प्रधान पति संजीव अवस्थी ने आरोप लगाया है कि 10 मार्च की दोपहर में उन्हें उनकी ही पंचायत क्षेत्र में स्थित मढ़ानाथ मंदिर में पुलिस ने बुलाया। वह जब वहां पहुंचे और इंस्पेक्टर से बात की। उस दौरान सीओ मंदिर के व्यवस्थापक गुड्डू से बात कर रहे थे।
थोड़ी देर बाद सीओ ने भाजपा कार्यकर्ता को बुलाया और गालीगलौज कर ग्रामसमाज की जमीन पर कब्जा कराने का आरोप लगाया। प्रधान पति ने आरोपों को नकारा तो सीओ भड़क गये। तैश में आये सीओ ने संजीव अवस्थी से मंदिर व्यवथापक गुड्डू के पैर छुआए और नाक भी रगड़वाई।
संजीव का आरोप है कि जब उसने इसका विरोध किया तो पुलिस ने फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी भी दी। संजीव के मुताबिक इस घटना के बाद वह अपने समर्थकों व विधायक के पास पहुंचे और इसकी शिकायत की। विधायक इस मामले के बारे में सुनकर भड़क गये और शासन तक इसकी शिकायत की।
वहीं इस मामले में एसपी जयप्रकाश का कहना है कि मामले की जांच करा ली गई है। रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
सीओ बीसलपुर विनीत सिंह का इस मामले में कहना है मंदिर के पुजारी ने उन्हें शिकायत करते हुए बताया कि पूर्व प्रधान वीना अवस्थी के पति संजीव अवस्थी ने मंदिर और आसपास की सरकारी जमीन पर कब्जा करा रखा है। कई बार शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं होने दे रहे। मंदिर में आयोजित कार्यक्रमों में भी व्यवधान डालने की बात कही थी। इस पर हमने सिर्फ पूर्व प्रधान के पति को महाशिवरात्रि पर कोई गड़बड़ न करने की हिदायत दी गई थी, और पूर्व प्रधान पति ने इसे अपने नाक का सवाल बनाकर गलत खबर फैलायी कि मैंने उसकी नाक रगड़वाकर माफी मंगवायी है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी इस घटना की शिकायत की गयी है।
गौरतलब है कि निवर्तमान प्रधान पति संजीव के कथित तौर पर सीओ द्वारा अपमान किये जाने की सूचना जब पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी तक पहुंची तो उन्होंने भी डीएम, एसपी से बात की और डीएम ने तुरंत इंस्पेक्टर बिलसंडा को फोन कर मामले की रिपोर्ट ली। पूर्व मंत्री मेनका गांधी ने सीओ से भी बात की और उन्हें फटकार लगायी, मगर सीओ किसी भी तरह के दुर्व्यवहार की बात को गलत ठहराते रहे।
इस घटना पर भाजपा विधायक रामसरन वर्मा ने मीडिया में बयान दिया, 'प्रधान एक सम्मानित जनप्रतिनिधि हैं। सीओ हो या फिर कोई और अफसर पैर छुआना, नाक रगड़वाना कहां का कानून है। यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। शासन तक मैंने अफसरों को इससे अवगत करा दिया है। कार्रवाई नहीं हुई तो शुक्रवार 12 मार्च से धरना दूंगा। किसी का अपमान हम सहन नहीं करेंगे।'
वहीं इस मामले में आरोपी सीओ बीसलपुर विनीत सिंह सफाई में कह रहे हैं कि 'प्रधान के पति गलत आरोप लगा रहे हैं। ऐसा कुछ नहीं हुआ, न तो पैर छुआये और न ही नाक रगड़वाई गई। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।