यूपी में कोरोना का महाविस्फोट, 24 घण्टे के भीतर 18021 मामले आये सामने

उत्तर प्रदेश में कोरोना से लोगों की जान जा रही है और बिचौलिए व्यापार करने में मशगूल हैं। लखनऊ में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता में भारी कमी सामने आई है। ऑक्सीजन की सप्लाई में बिचौलियों का खेल शुरु हो चुका है....

Update: 2021-04-13 14:36 GMT

जनज्वार ब्यूरो। पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 18021 नए मामले सामने आये हैं। 1 दिन के अंदर प्रदेश में 85 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में कुल 95980 सक्रिय मामले हैं। प्रदेश में अब तक 9309 लोगों की मृत्यु हुई है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, अमित मोहन ने दी है। लखनऊ और इलाहाबाद जैसे शहरों में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग व प्रबंधन पूरी तरह फेल हो चुका है। हालत यह है कि प्रदेश सरकार के मंत्री को खुद प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखना पड़ गया है। लखनऊ के अस्पतालों में ना तो ऑक्सीजन मिल रही है, ना बेड मिल रहे हैं और न ही एंबुलेंस।

प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग हुआ लाचार, कालाबाजारी का चरम

उत्तर प्रदेश में कोरोना से लोगों की जान जा रही है और बिचौलिए व्यापार करने में मशगूल हैं। लखनऊ में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता में भारी कमी सामने आई है। ऑक्सीजन की सप्लाई में बिचौलियों का खेल शुरु हो चुका है। ऑक्सीजन प्लांट गैस की कालाबाजारी शुरू कर चुके हैं और ऑक्सीजन की कमी के चलते निजी अस्पतालों में हाहाकार मचा हुआ है। कालाबाजारी की स्थिति यह है कि लाशों को भी नहीं बख्शा जा रहा है।

लखनऊ के श्मशान घाटों पर मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की कालाबाजारी भी शुरू हो चुकी है। 1 मृतक के दाह संस्कार के लिए भी 7500 रूपये तक वसूले जा रहे हैं। मेडिकलों में दवाइयों की कालाबाजारी चरम पर है। लोगों को दवाइयां बहुत ऊँचे दामों पर उपलब्ध हो रही हैं। लखनऊ में कोरोना संक्रमण डॉक्टरों में भी लगातार तीव्र गति से फैल रहा है।

आज लखनऊ के सिविल अस्पताल के 11 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाये गए हैं। कल पदम श्री व जाने-माने इतिहासकार योगेश प्रवीन का कोरोना के चलते निधन हो गया। उनके परिवारीजनों ने 2 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया लेकिन एंबुलेंस लेने नहीं आई। उनकी मृत्यु हो गई। इतिहासकार की मृत्यु के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट करके उनको श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री द्वारा श्रद्धांजलि देने की नौबत नहीं आती अगर उन्होंने कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझा होता और उससे लड़ने के लिए उचित प्रबंध किए होते।

उत्तर प्रदेश में जनप्रतिनिधि व प्रशासन पंचायत चुनावों में पूरी तरह व्यस्त

उत्तर प्रदेश में महामारी के संक्रमण के दौर में ही पंचायत चुनाव संपन्न कराए जा रहे हैं। ऐसे में समस्त निर्वाचित विधायक व सांसद चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। जिला प्रशासन व कानून व्यवस्था चुनावों को संपन्न कराने में व्यस्त है। इस बीच प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग पनाह मांग रहा है। चीखते चिल्लाते मरीज और परिजनों की सुनने वाला कोई नहीं है।

(कोरोना पॉजिटिव सांसद संतोष गंगवार जनसभा करते हुए)

बरेली से सांसद व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार जो अब तक पंचायत चुनाव को लेकर जिले भर में जनसभाएं कर रहे थे उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि उन्होंने आज खुद की है। पंचायत चुनावों के चलते इस बार कोरोना संक्रमण प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बुरी तरह फैलेगा।

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