UP में नाबालिग लड़की की रेप के बाद आंखें फोड़ी, जीभ काटी और नृशंसता से कर दी हत्या
लड़की की बेरहमी से की गई हत्या के बाद इलाके में सनसनी है। वह मां-बाप की इकलौती संतान थी। जांच के बाद ही उसके साथ हुई दरिंदगी के वास्तविक कारणों का पता चलेगा...
जनज्वार। 15 अगस्त के दिन जब पूरा देश 74 वां स्वतंत्रता दिवस मनाकर गर्व व उल्लास महसूस रहा था तो उसी दौरान उत्तरप्रदेश के खीरी में एक नाबालिग बच्ची से दरिंदगी की सारे हदें पार कर दी गईं।
लखीमपुर खीरी के थाना ईसानगर क्षेत्र में एक गन्ने के खेत में 12 साल की बालिका का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला है। हत्यारों ने लड़की की जीभ काट दी थी और दोनों आंखें भी फोड़ दी गई थीं। गले में दुपट्टा कसा हुआ था तो दोनों पांव जकड़कर बंधे थे। पुलिस आशंका जता रही है कि दरिंदगी के बाद उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस ने मौके से शव को अपने कब्जे में ले लिया है।
बाद में लखीमपुर खीरी के एसपी सत्येंद्र कुमार ने इस बात की पुष्टि की कि 13 वर्षीया लड़की के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।
The post mortem report of the 13-year-old girl (whose body was found in a field in Isanagar), confirms rape: Satyendra Kumar, SP Lakhimpur Kheri https://t.co/6peOBSa0vO pic.twitter.com/SRAKCnJ8PE
— ANI UP (@ANINewsUP) August 16, 2020
दरअसल खीरी के थाना ईसानगर क्षेत्र में रहने वाले एक ग्रामीण की 12 वर्षीय पुत्री शुक्रवार 14 अगस्त की दोपहर दो बजे खेतों की ओर गई थी, जाने के बाद वह शाम तक घर नहीं लौटी। इससे परिवार के लोग परेशान होने लगे और उसकी तलाश शुरू की गई। गांव में काफी तलाश करने के बाद जब बच्ची का कोई पता नहीं चला तो परिवार वालों ने गांव वालों के साथ मिलकर उसे खेतों में खोज शुरू किया।
खोजबीन में घर से लगभग डेढ़ सौ मीटर दूर स्थित झन्नू यादव के खेत में बालिका का शव पड़ा हुआ मिल गया। शव देख परिवार में कोहराम मच गया। सनसनी की तरह फैली घटना सुनकर सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बालिका की जीभ काट दी गई थी, उसकी दोनों आंखें फूटी हुईं थी, उसके गले में उसी का दुपट्टा कसा था और दोनों पैर भी बंधे हुए थे।
मृतक बालिका के पिता ने रोते हुए बताया कि उनने बड़ी मिन्नतें प्रार्थनाएं कीं थी तब जाकर एक बेटी पैदा हुई थी। मृतक बालिका दो भाइयों के बीच माँ-बाप की इकलौती संतान थी। इकलौती होने की वजह से सभी लोग उससे काफी दुलार करते थे। उसकी मौत की खबर से माँ बेसुध थी। दोनों भाई अलग बिलख रहे थे। बालिका के साथ हुई हैवानियत अपनी कहानी खुद बयां कर रही थी। जिस जगह शव मिला है वहां के टूटे गन्ने और खरोंचों के निशान साफ बता रहे हैं कि दरिंदों से बचने के लिए बच्ची ने बड़ा संघर्ष किया होगा।
सूचना पर एएसपी अरुण कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह के साथ मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की। बिलख रहे परिवार वालों को ढांढस बंधाया। एसपी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर कई बिंदुओं से जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमॉर्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
लखीमपुर खीरी में इससे पहले भी नाबालिक बच्चियों से अपराध होते रहे हैं, जिनमें 22 मई 2016 को शहर के पास सटे एक गांव में 8 वर्षीय बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। शव कुएं में पड़ा मिला था। 1 जुलाई 2016 को पसनवां में 8 वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। 12 अक्टूबर 16 में खीरी में 10 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म के बाद हत्या। 15 मार्च 2017 में थाना खीरी की एक 7 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म हुआ था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी।