DDU News Today: 23 जनवरी तक राज्य के शिक्षण संस्थानों के बंदी के आदेश के बाद भी डीडीयू में परीक्षा शुरू
DDU News Today: कोरोना की बढ़ती तीसरी लहर को देखते हुए शासन ने एक बार फिर शिक्षण संस्थानों को 23 जनवरी तक के लिए बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।इस बीच दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर में 17 जनवरी से परीक्षाएं शुरू होने जा रही है।
जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट
DDU News Today: कोरोना की बढ़ती तीसरी लहर को देखते हुए शासन ने एक बार फिर शिक्षण संस्थानों को 23 जनवरी तक के लिए बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।इस बीच दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर में 17 जनवरी से परीक्षाएं शुरू होने जा रही है। गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्नातक-परास्नातक परीक्षाएं 211 केंद्रों पर होंगी। 17 जनवरी से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए विवि प्रशासन सभी केंद्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा 16 जनवरी को जारी आदेश मे कहा गया है कि कोरोना संक्रमण कर रोकथाम के लिए पूर्व मंे 9 जनवरी को लिए गए निर्णय के अनुसार सभी शैक्षणिक संस्थानों को 16 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया था। साथ इस दौरान आॅनलाइन कक्षायें चालाने को कहा गया।इसी निर्णय की एक बार फिर समीक्षा में पाया गया कि ओमिक्रान का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में उक्त आदेश को प्रभावी रखते हुए अब अगले 23 जनवरी तक राज्य के सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
शासन के इस आदेश के बाद भी 16 जनवरी के देर शाम तक अपने पूर्व के निर्णय पर कायम रहते हुए दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने निर्धारित तिथि से ही परीक्षा कराने का निर्णय लिया है।इसके क्रम में 16 जनवरी को पहले दिन इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी की परीक्षा होगी। यह परीक्षा मात्र विश्वविद्यालय कैंपस में ही होनीे हैं। अन्य विषयों की परीक्षा 22 जनवरी से होगी,जो विश्वविद्यालय कैंपस के आलावा संबद्ध 211 कालेजों में होनी है।जिसमें 92 हजार से अधिक परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे। विश्वविद्यालय की ओर से पिछले सत्र में कराई गई परीक्षाओं में ब्लैकलिस्ट किए गए चार केंद्रों को इस बार भी परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया।
इस बार तीन केंद्रों पर होगा मूल्यांकन कार्य
महाविद्यालयों से उत्तर पुस्तिकाएं एकत्रित करने के लिए विवि प्रशासन ने आठ नोडल कलेक्शन सेंटर बनाए हैं। गोरखपुर में चार, देवरिया और कुशीनगर में दो-दो नोडल कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं। परीक्षा के बाद समयसीमा में मूल्यांकन कराने के लिए गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में एक-एक मूल्यांकन केंद्र बनाया है। इस तरह की विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है।
कॉलेज प्रचार्यों के अनुरोध पर कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने महाविद्यालयों में परीक्षा की समय सारिणी में तब्दीली की है। अब महाविद्यालयों में 22 जनवरी से परीक्षाएं शुरू होंगी। हालांकि, विश्वविद्यालय में पूर्व निर्धारित समयसारिणी यानी 17 जनवरी से ही परीक्षाएं शुरू होंगी। पहले दिन इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी की परीक्षा होगी।
सीबीसीएस के तहत होगी पहली बार परीक्षा
विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई में बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को इसी सत्र से लागू कर दिया गया है। स्नातक के पूरे पाठ्यक्रम को मेजरए माइनर और को.करीकुलम कोर्स में विभाजित किया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पाठ्यक्रम को नई शिक्षा नीति.2021 को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। विद्या परिषद के बाद कार्य परिषद की मंजूरी मिलने के बाद इसे लागूू किया गया।।सीबीसीएस के प्रारूप के मुताबिक मेजर कोर्स के साथ विद्यार्थियों को माइनरए इलेक्टिव और को.करिकुलम पाठ्यक्रम का भी विकल्प विषम सेमेस्टर यानी पहलेए तीसरे और पांचवें एवं सम सेमेस्टर दूसरेए चौथे और छठवें सेमेस्टर के अनुसार चुनना होगा। सीबीसीएस में सेमेस्टर ग्रेेड प्वाइंटर निकाला जाएगा। मेजर कोर्स पाठ्यक्रम में ग्रेड निकालने के लिए यूजीसी ने मानक बनाया है। 10.10 अंक के अंतराल पर ग्रेड निर्धारित है। स्नातक में सभी विषयों के अंको को जोड़ा जाएगा और यूजीसी के निर्धारण के अनुसार ग्रेड दिया जाएगा। इसी तरह से माइनर व को.कैरिकुलम कोर्स के लिए भी न्यूनतम ग्रेड निर्धारित किया जाएगा। पास होने के लिए निर्धारित ग्रेड पाना जरूरी होगा।