खुद को देखकर तालों के मुस्कुराने का दावा करने वाला हिस्ट्रीशीटर कानपुर पुलिस की कस्टडी से गायब, उठ रहे सवाल

हिस्ट्रीशीटर जावेद उर्फ जुगनू पर दर्ज हैं अलग-अलग थानों में 38 मामले दर्ज, जिस तरह से पुलिस कस्टडी से वह हुआ है गायब कहा जा रहा है सिपाहियों की मिलीभगत है उसमें.....

Update: 2020-09-22 08:30 GMT

जनज्वार, कानपुर। यूपी के कानपुर में पांच किलो चरस और तमंचे के साथ पकड़ा गया हिस्ट्रीशीटर सोमवार 21 सितंबर की सुबह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में कुल 38 मामले दर्ज हैं। डीआईजी ने बताया कि लापरवाही में पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

चमनगंज पुलिस ने रविवार दोपहर भन्नानापुरवा तिराहे से घोसियाना चमनगंज निवासी हिस्ट्रीशीटर जावेद उर्फ जुगनू को योजना बनाते हुए गिरफ्तार किया था, जिसके बाद थाने लाकर पुलिस ने उसे लॉकअप में न बंद कर मुंशियाने में बैठा दिया। सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे उसने टॉयलेट जाने की बात कही। इस पर मुंशी किशनलाल सोनकर उसे हाथ पकड़कर ले जाने लगे।

इस बीच चालाक जावेद सिपाही को धक्का देकर भाग निकला। शोर मचाने पर सिपाही नितेश चौहान, रीना चौहान, प्रिया गंगवार व गेट पर तैनात पहरा राहुल कुमार ने पीछा किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि मुंशी समेत पांचों पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच कराई जा रही है। लापरवाह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाएगा।

भगाया तो नहीं गया जुगनू

हिस्ट्रीशीटर को थाने लाकर लॉकअप में ना बंद कर उसे मुंशियाने में ही बैठा दिया गया, जबकि थाना चमनगंज पुलिस ने जुएं के आरोप में पकड़े गए आरोपियों को लॉकअप में बंद कर दिया था, वहीं थाने के टॉप-10 अपराधी व हिस्ट्रीशीटर जुगनू को मुंशियाने में बैठाया गया था। ऐसे में आशंकाओं पर भी जोर है कि कहीं उसे भगाया तो नहीं गया है।

जुगनू को देखकर मुस्कुराते हैं ताले

पुलिस का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर जुगनू अक्सर एक कहावत कहा करता था कि 'जुगनू को देख ताले भी मुस्कुराते हैं'। ऐसा कोई ताला नहीं बना जिसे वह देखने मात्र से खोल न सके। रविवार दोपहर को उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जो गुडवर्क दिखाया है, उसमें भी इसका जिक्र किया गया है।

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