DM गोरखपुर ने पराली जला रहे 24 किसानों पर की कार्रवाई, लिस्ट जारी कर सेटेलाइट से पहचान का किया दावा

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पराली जलाने को लेकर एक साथ 24 किसानों (Farmers) पर कार्रवाई किये जाने की खबर है। जिलाधिकारी गोरखपुर द्वारा बाकायदा नामों की एक लिस्ट जारी की गई है...

Update: 2022-11-25 17:05 GMT

DM गोरखपुर ने पराली जला रहे 24 किसानों पर की कार्रवाई, लिस्ट जारी कर सेटेलाइट से पहचान का किया दावा

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पराली जलाने को लेकर एक साथ 24 किसानों (Farmers) पर कार्रवाई किये जाने की खबर है। जिलाधिकारी गोरखपुर द्वारा बाकायदा नामों की एक लिस्ट जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि जिला प्रशासन ने सेटेलाइट से प्राप्त फोटो के माध्यम से पराली जलाने वालों की पहचान कर यह कार्रवाई की है। 

DM कार्यालय गोरखपुर से जारी पत्र संख्या 2013/ प.अ.प्र./2022-23 में इन सभी 24 किसानों का ब्योरा देते हुए बताया गया है कि इन सभी दोषी किसानों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई के लिए संबंधित SDM को पत्र भेजा गया है। इन सभी को किसान सम्मान निधि के लिए अपात्र करार दिया जाएगा। बता दें कि गोरखपुर में इससे पहले 18 नवंबर को 11 किसानों की पराली जलाने को लेकर किसान सम्मान निधि बंद की जा चुकी है।

इसके अलावा इन किसानों का धान क्रय कोन्द्रों का पंजीकरण भी निरस्त कर दिया गया है। इन किसानों को कृषि यंत्रों पर देय अनुदान, बीज पर अनुदान से वंचित कर दिया गया है। यह आदेश DM कार्यालय गोरखपुर से कल गुरूवार 24 नवंबर को जारी किया गया था, जो आज शुक्रवार 25 नवंबर को संबंधित अधिकारी को रिसीव करवा दिया गया है। 

किसानों कि लिस्ट जिन पर कार्रवाई हुई

इससे पहले जिले की चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में पराली जलाई जा रही थी। ग्राम पोखरभिडा मे गुरुवार की शाम को कुछ किसान मशीन से धान के फसल का कटाई कराने बाद खेत में बचे पराली को आग लगा दिया। इसके बाद पूरा गांव धुआ फैल गया। लोगों के घरों में पराली के राख उड़ने लगे। इसी तरह ग्राम चौरी, डुमरी खास, गौनर, बघाड आदि जगहों पर भी किसान अपने खेतों में पराली जला रहे हैं, ऐसा सूचना प्रशासन को मिली थी। मामले में SDM चौरीचौरा शिवम सिंह ने कहा कि पराली जलाने की शिकायतें मिल रही हैं। गांव में लेखपाल को भेजकर पराली जलाने वाले किसानों को चिह्नित कराया जाएगा।

पराली जलाने से क्या है नुकसान?

धान की कटाई शुरु है। किसान जल्दबाजी में पराली को खेत में ही जला रहे हैं। इससे पर्यावरण प्रदूषित तो हो ही रहा है खेत की गुणवत्ता भी कम होती जा रही है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है केवल एक टन पराली जलाने से 05.05 किग्रा नाइट्रोजन, 02.03 किग्रा फासफोरस, 25 किग्रा पोटैशियम और 1.2 किग्रा सल्फर जैसे मिट्टी के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। पराली की आग की गरमी से मिट्टी में मौजूद कई उपयोगी बैक्टीरिया और कीट भी नष्ट हो जाते हैं। किसानों को इससे बचना चाहिए।

पराली जलाने पर हो सकती है ये कार्रवाई

दो एकड़ तक खेत में पराली जलाने पर 2500 रुपये, दो से पांच एकड़ खेत में पराली जलाने पर 5000 हजार रुपये तक और 05 एकड़ से अधिक खेत में पराली जलाने पर 15 हजार रुपये तक जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इसके अलावा खेती-किसानी संबंधित लाइसेंस रद्द करने और पीएम किसान सम्मान निधि से किसान को वंचित कर दिया जाता है।

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