देवरिया : किसान आंदोलन का समर्थन करने पर गिरफ्तार किए गए चतुरानन ओझा रिहा

डाॅ चतुरानन ओझा सक्रिय एक सक्रिय सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। उन्हें शांति भंग करने व किसान आंदोलन का समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

Update: 2021-01-30 05:53 GMT

डाॅ चतुरानन ओझा (माला पहने हुए) अपने समर्थकों के साथ।

जनज्वार, देवरिया। किसान आंदोलन को समर्थन करने व शांतिभंग के आरोप में गुरुवार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए राजनीतिक कार्यकर्ता, समान शिक्षा आंदोलन के प्रवक्ता व बरहज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी रहे डा चतुरानन ओझा को प्रशासन ने शुक्रवार देर शाम रिहा कर दिया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह से ही डॉ चतुरानन ओझा के समर्थक शुभचिंतक व विभिन्न संगठनों के लोग एसडीएम कार्यालय सलेमपुर पर जमानत के लिए एकत्र हुए थे। पूरे दिन चले संघर्ष के बाद अंततः देर शाम प्रशासन ने डॉ ओझा को रिहा करने का आदेश दिया। जमानत का आदेश मिलते ही उनके समर्थक, शुभचिंतक जिला कारागार पहुंच गए जहां से शुक्रवार देर शाम डॉ चतुरानन की रिहाई पर उन्हें माला पहनाकर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। ज्ञात हो कि डॉ ओझा समान शिक्षा आंदोलन व पंचायत अधिकारों तथा स्ववित्तपोषित शिक्षकों की समस्याओं को लेकर निरंतर संघर्ष करते रहे हैं। डॉ चतुरानन पेशे से स्ववित्तपोषित महाविद्यालयी शिक्षक हैं।

साहित्य, पत्रकारिता और राजनीति में इनकी सक्रियता निरंतर बनी रहती है, अपनी राजनीतिक सक्रियता के दौरान डॉ चतुरानन देवरिया.कुशीनगर पंचायत एमएलसी का चुनाव तथा बरहज विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश की थी। वहीं, लोकसभा चुनाव में उनका पर्चा खारिज हो गया था।

डॉ ओझा की पहचान एक जुझारू जनपक्षधर राजनीतिक कार्यकर्ता की है। शुक्रवार देर शाम जिला कारागार से रिहा होने के बाद स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ कृष्णा जायसवाल, वरिष्ठ पत्रकार मनोज कुमार सिंह, किसान नेता शिवाजी राय, अधिवक्ता अरविंद गिरी, विकलांग एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता अलमंसूरी, राजेश मणि, कांग्रेस नेता संदेश यादव, प्रेमचंद यादव, सुजीत कुमार समेत अनेक समर्थक व शुभ चिंतक मौजूद रहे।

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