जेल से छूटते ही डॉक्टर कफील खान ने गिरफ्तार करने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस को क्यों कहा 'THANK YOU'?

डॉ. कफील ने कहा कि प्रशासन उन्हें अब भी रिहा करने को तैयार नहीं था, वो तो शुक्र है लोगों की दुआ की वजह से मैं छूट गया। उन्होंने आशंका जताई कि सरकार उन्हें फिर से किसी मामले में फंसा सकती है...

Update: 2020-09-02 04:54 GMT

डॉ. कफील बोले फिर से किसी आरोप में सरकार कर देगी मुझे अंदर

मथुरा। इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद डॉ. कफील खान को मंगलवार को आधी रात के करीब रिहा कर दिया गया। खान के वकील इरफान गाजी ने कहा, "मथुरा जेल प्रशासन ने हमें 11.00 बजे सूचना दी कि डॉ. कफील खान को लगभग आधी रात को रिहा किया जा रहा है।"

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत उसकी हिरासत को रद्द करते हुए तत्काल रिहाई का आदेश दिया था।

पिछले साल दिसंबर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के बाद जनवरी से ही खान जेल में थे।

मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति सौमित्र दयाल सिंह की पीठ ने खान की मां नुजहत परवीन की याचिका पर यह आदेश दिया।

याचिका में तर्क दिया गया था कि खान को फरवरी में एक सक्षम अदालत ने जमानत दी थी और उन्हें जमानत पर रिहा किया जाना था। हालांकि, उन्हें 4 दिनों तक रिहा नहीं किया गया और बाद में उनके खिलाफ एनएसए लगाया गया। याचिका में कहा गया कि उनकी हिरासत अवैध है।

गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी को लेकर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में डॉ. कफील खान को एसटीएफ ने जनवरी में मुंबई से गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने पर डॉ कफील ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शुक्र है कि मुंबई से लाते वक्त एसटीएफ ने मेरा एनकाउंटर नहीं किया। उनका इशारा बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर था, कि किस तरह पुलिस ने उसका इनकाउंटर कर दिया।

डॉ. कफील ने कहा कि प्रशासन उन्हें अब भी रिहा करने को तैयार नहीं था, वो तो शुक्र है लोगों की दुआ की वजह से मैं छूट गया। उन्होंने आशंका जताई कि सरकार उन्हें फिर से किसी मामले में फंसा सकती है।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक साथ 30 बच्चों की मौत के बाद पहली बार डॉ. कफील चर्चा में आये थे। डॉ. कफील का कहना है कि अब बिहार और असम के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में जाकर वह पीड़ित लोगों की मदद करना चाहेंगे।

कफील ने कहा, 'रामायण में महर्षि वाल्मीकि ने कहा था कि राजा को राजधर्म निभाना चाहिए, लेकिन उत्तर प्रदेश में राजा राज धर्म नहीं निभा रहा, बल्कि वह 'बालहठ' कर रहा है। गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में हुए ऑक्सीजन कांड के बाद से ही सरकार मेरे पीछे पड़ी है और मेरे परिवार को भी काफी कुछ सहन करना पड़ा।'

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