गुंडों के सामने दुम हिलाने वाली UP पुलिस ने गरीब बुजुर्ग किसान को पीटकर किया मरणासन्न
भूमि पर हुए कब्जे को हटवाने की मांग को लेकर थाने आए बुजुर्ग की प्रभारी निरीक्षक ने दबंगो को जमीन न देने पर जमकर पिटाई कर दी...
मनीष दुबे की रिपोर्ट
श्रावस्ती। उत्तर प्रदेश की योगीराज में दलित, गरीब, किसान, मजदूर, दिहाड़ीदार, पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल सब पीटे जा रहे हैं। शायद उनका गुनाह0 ये हो कि वो गरीब हैं, या फिर ये की वो जादा से ज्यादा सरकार को क्या दे सकते हैं, रुपया दो रूपया। पूरे सूबे के हर एक जिले में अपराध दर अपराध हो रहे हैं। यहां तक कि एनसीआरबी के जारी 2018-19 तक के आंकड़ों में यूपी अपराध के मामले में देश का सिरमौर बना हुआ है। लेकिन आंकड़ों की रेटिंग गिरने की बजाय बढ़ रही है।
ये हालत तब है जब फर्जी चकाचौंध की भेड़चाल दिखाते टीवी स्क्रीनों पर तथा अखबारों के पन्नो में तमाम खबरें दब जाती हैं। कभी भूल-धोखे अगर छपी भी तो किसी कोने अथवा बॉटम में तंत्र मंत्र के विज्ञापन की तरह। क्योंकि सैकड़ों की संख्या में बन चुके महामहिमो का महिमामंडन करके अपना दरबार भी चलाते रहने का दबाव भी होता है। ऐसे में तमाम वो वर्ग जो समाज से कटता चला जाता है, कभी सत्ता तो कभी प्रशाशन। रही सही रेड़ मीडिया ने मार रखी है।
कुछ एक जगह छोड़ श्रावस्ती के मल्हीपुर स्थित एक गांव में गरीब बुजुर्ग किसान को थानेदार द्वारा बेरहमी से पीटने की घटना नहीं दिखी। यहां भूमि पर हुए कब्जे को हटवाने की मांग को लेकर मल्हीपुर थाने आए बुजुर्ग की प्रभारी निरीक्षक ने दबंगो को जमीन न देने पर जमकर पिटाई कर दी थी।
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। वहीं सोनवा में तैनात रहे प्रभारी निरीक्षक को मल्हीपुर थाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
दरअसल मल्हीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भेला के मजरा मुरचाहवा निवासी माने पुत्र बैजू यादव ने साढ़े तीन बिस्वा जमीन गांव के ही संतराम को बैनामा किया था। इसके बाद मल्हीपुर खुर्द के मजरा संकल्पा निवासी त्रिभुवन यादव, सालिक राम व गंगाराम ने किसान की जमीन पर कब्जा कर लिया। कब्जा करने वालों का कहना था कि दो वर्ष पूर्व ही उन्होंने माने से भूमि को खरीदने की बात की थी।
वहीं माने का कहना था कि उससे बात तो हुई थी लेकिन विपक्षियों ने न तो उसे पैसा दिया और न ही दोबारा उस भूमि के संबंध में उससे कोई बात ही की गई। अब कब्जे का विरोध करने पर विपक्षी मारपीट पर आमादा हो रहे हैं।
इसी भूमि को खाली करवाने की मांग को लेकर पीड़ित दस दिन पहले 28 जुलाई को मल्हीपुर थाने गया था। कार्रवाई न होने पर पीड़ित ने मंगलवार को अपर पुलिस अधीक्षक से मिल कर प्रकरण में हस्तक्षेप की मांग की थी।
इसके बाद बुधवार को किसान माने मल्हीपुर थाने गया था। जहां थाना प्रभारी बृजेश द्विवेदी ने उसकी पिटाई कर शांतिभंग 151crpc की आशंका में चालान कर दिया। बुजुर्ग किसान की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने प्रभारी निरीक्षक मल्हीपुर ब्रजेश द्विवेदी को निलंबित कर दिया।
मामले में अपर पुलिस अधीक्षक श्रावस्ती बीसी दुबे ने 'जनज्वार' को बताया कि एसओ मल्हीपुर ब्रजेश द्विवेदी को निलंबित कर दिया गया है। उनके स्थान पर प्रभारी निरीक्षक सोनवा रहे दद्दन सिंह को मल्हीपुर थाने का प्रभारी बनाया गया है। वहीं क्राइम ब्रांच में तैनात रहे निरीक्षक विजय बहादुर को सोनवा थाने का प्रभारी बनाया गया है।
निरीक्षक बृजेश द्विवेदी पर लगे आरोपों की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएग। बुजुर्ग किसान को सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से बाद में उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया।