गाजीपुर बाॅर्डर पर उमड़ा जन सैलाब, भाजपा एमएलए की धमकी के बाद रात में ही पश्चिमी यूपी के गांवों से रवाना होने लगे लोग
किसान आंदोलन को खत्म करने का मोदी व योगी सरकार का दांव उन्हें उलटा पड़ गया है। भाजपा के एक विधायक की धमकी के बाद राकेश टिकैत मजबूती से आंदोलन पर अड़ गए और पश्चिम यूपी के गांवों से रात में ही किसानों का जत्था दिल्ली की ओर कूच कर गया...
जनज्वार। दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बाॅर्डर गुरुवार रात से ही किसानों का भारी जुटान शुरू हो गया था। शुक्रवार की सुबह तक वहां बड़ी संख्या में किसानों का जनसैलाब उमड़ गया। ये लोग भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के समर्थन में वहां जुटे हैं। इससे पहले गुरुवार को सरकार ने किसानों का आंदोलन खत्म करने की कोशिशें की थी। मीडिया के एक वर्ग ने भी आंदोलन खत्म होने का दावा किया था, जिसके बाद आंदोलन और अधिक मजबूती के साथ उभर आया है।
शुक्रवार सुबह राकेश टिकैत ने कहा कि हम लोग यह जगह खाली नहीं करेंगे और अपनी मांगों के लिए यहीं डटे रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार से अपने मुद्दों पर बात करेंगे। टिकैत ने लोगों से शांति बनाए रखने और शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की।
उधर, राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी आज किसान आंदोलन का समर्थन जताने गाजीपुर बाॅर्डर पर पहुंचे। उन्होंने राकेश टिकैत से मुलाकात की। जयंत ने मीडिया से कहा कि प्रशासन पर अवश्य ही कोई दबाव है, लेकिन किसान यह जगह खाली नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अवश्य ही संसद में उठना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मुद्दे पर अपना कदम पीछे करती है तो इससे उसकी कमजोरी नहीं झलकेगी। प्रधानमंत्री सभी विषयों पर बोलते हैं, वे किसानों के बारे में भी बोल दें।
गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों के एक नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि हमारे पर प्रदर्शन स्थल को खाली करने का कोई आदेश नहीं आया है। कल शाम को डीएम की ओर से एक नोटिस आया था, उस पर चर्चा करने के बाद उसका जवाब देंगे।
उधर, सिंघु बॉर्डर पर डटे किसानों ने भी कहा है कि सरकार कुछ भी करे वे यहां से नहीं हटने वाले हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि कि सरकार जो भी करे हम सिंघु बाॅर्डर नहीं छोड़ेंगे। जबतक कानून रद्द नहीं हो जाते और एमएसपी पर नया कानून नहीं बन जाता है हम यहां से नहीं जाएंगे। सिंघु बाॅर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
टिकरी बाॅर्डर पर भी सुरक्षा बलों की संख्या बढा दी गयी है और वहां कड़ी निगरानी की जा रही है। वहां आज कड़ाके की ठंड के बीच सुबह किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अर्धनग्न प्रदर्शन किया है।
और यूं तेज हुए आंदोलन
राकेश टिकैट की गुरुवार शाम प्रशासन के साथ बैठक हुई थी, जिसके बाद वे धरना का हटाने की लेकर लगभग राजी हो गए थे। लेकिन, तभी भाजपा विधायक नंद किशोर अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और कहा कि पुलिस ने कहा है कि आंदोलनकारियों को रविवार तक हटा लें वरना हम हटाएंगे। इसके बाद टिकैट भड़क गए और उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक पुलिस फोर्स के साथ किसानों का कत्लेआम करने आया है इसलिए हम कहीं नहीं जाएंगे।
शाम में गाजीपुर में हुए डेवपलमेंप के बाद राज में मुजफ्फरगनर जिला स्थित राकेश टिकैत के गांव में सक्रियता बढ गयी और रात्रि दस बजे वहां से गाजीपुर कूच के नारे लगने लगे। किसानों ने ऐलान किया कि हर किसान गाजीपुर पहुंचेगा। रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह ने भी टिकैत को समर्थन का ऐलान किया। रात में ही मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ आदि जिलों के किसानों ने दिल्ली की ओर कूच शुरू दिया कर दिया।मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को किसानों की महापंचायत भी इस मुद्दे पर होगी।