Farrukhabad News: साहूकारों से लिया 22 लाख का कर्ज और खेल गया आईपीएल सट्टा, वसूली का पड़ा दबाव तो घर से निकली बेटी के साथ अर्थी

Farrukhabad News, Farrukhabad Samachar: एक मिठाई कारीगर का परिवार हसी खुशी से रहता था। पिछले दिन अचानक पल भर में सारी खुशियाँ छिन गई। जब पिता और बेटी की अर्थी एक साथ निकली तो चीख पुकार मच गई। उसके पड़ोसी से लेकर नाते रिस्तेदार सभी जानने का प्रयास करते रहे कि आखिर यह सब कैसे हुआ।

Update: 2022-07-22 17:39 GMT

Farrukhabad News: साहूकारों से लिया 22 लाख का कर्ज और खेल गया आईपीएल सट्टा, वसूली का पड़ा दबाव तो घर से निकली बेटी के साथ अर्थी

Farrukhabad News, Farrukhabad Samachar: एक मिठाई कारीगर का परिवार हसी खुशी से रहता था। पिछले दिन अचानक पल भर में सारी खुशियाँ छिन गई। जब पिता और बेटी की अर्थी एक साथ निकली तो चीख पुकार मच गई। उसके पड़ोसी से लेकर नाते रिस्तेदार सभी जानने का प्रयास करते रहे कि आखिर यह सब कैसे हुआ।

फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव याकूतगंज के मोहल्ला धोबियान निवासी प्रमोद राजपूत (35) की गांव में ही मिठाई की दुकान है। प्रमोद ने साहूकारों से 22 लाख का कर्ज लिया और आईपीएल सट्टे में हार गया था। इथर, साहूकार कर्ज के वसूली का दबाव बना रहे थे। जिससे वह कुछ दिनों से गुमशुम रहता था। इसके अलावा प्रमोद पर बैंक का भी कर्ज था। जिसे चुका पाने के लिए दुकान के अलावा अन्य कोई जरिया नहीं था।

प्रमोद आईपीएल के सट्टे में लाखों रुपये हार गया था। उसने बैंक के अलावा साहूकारों से लाखों रुपये कर्ज ले रखा था। वह कर्जदारों से परेशान होकर तीन साल पहले कन्नौज की सदर कोतवाली के गांव लोधपुरी स्थित ससुराल में रहने लगा था। करीब डेढ़ महीने पहले ही वह घर वापस आया था, लेकिन वह घर से बाहर नहीं निकलता था। मकान के ऊपरी हिस्से में पत्नी मिथलेश, बेटी मुस्कान (15) व बेटा अंश (7) के साथ रहता था। नीचे के हिस्से में भाई मुकेश अपने परिवार के साथ रहते हैं।

गुरुवार सुबह पत्नी मिथलेश नीचे गईं थीं। पुत्र अंश दरवाजे पर खेल रहा था। लगभग करीब दस बजे प्रमोद ने दरवाजा बंद करके तमंचे से बेटी की पीठ में गोली मारी जो सीने को चीरते हुए निकल गई। मुस्कान फर्श पर गिर पड़ी और मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद प्रमोद ने अपने गले से सटाकर गोली मार ली। गोली सिर को चीरती हुई निकल गई। पिता और बेटी की मौत होने पर कोहराम मच गया।

वहीं मृतक के भाई मुकेश ने एएसपी को बताया की 22 लाख साहूकारों और बैंक का कर्ज होने से पैसों की वसूली का दबाव था। जिससे घर के बाहर बहुत ही कम निकलते थे। मौत का कारण कर्ज में डूबा होने की बात सामने आयी तो पुलिस साहूकारों को खोजने में जुट गई है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि जांच में जिन साहूकारों के नाम प्रकाश में आयेंगे कार्य में लाया जायेगा।

धोखाधड़ी के एक मामले में वारंट जारी होने के बाद वह घर से भी कम निकलता था। एएसपी ने बताया कि प्रमोद ने किससे और किस काम के लिए कर्ज लिया था, इन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी। पिता और बेटी के शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया चीख मच गई। परिवार बड़ा होने से सन्नाटा छा गया। सात वर्षीय बेटा अंश पिता के शव को देखकर चीख पड़ता। परिजन उसे समझाते रहे। पति और बेटी की मौत के सदमे में पत्नी बदहवास हो गई।

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