'बाबू बुला रहा है, वहीं जा रही हूं', पति के नाम सुसाइड नोट लिखकर महिला सिपाही ने लगाई फांसी

मौत को गले लगाने से पहले रिंकी ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा था, उसने लिखा बाबू (मनीष) उसे बुला रहा है। बेटे के परवरिश, सास, ससुर को ढांढ़स और देवर से पति के हत्यारोपितों को मौत की सजा दिलाने की बात कही....

Update: 2020-09-12 10:02 GMT

मनीष दुबे की रिपोर्ट

उरई। उत्तर प्रदेश के उरई जिले में तैनात महिला सिपाही ने पति की हत्या से आहत होकर गुरुवार देर रात फांसी लगाकर जान दे दी। सिपाही के ससुर ने भोर पहर कमरे में बहू को लटकते देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। बीती 27 अगस्त को महिला सिपाही के पति की हत्या हुई थी। इस मामले में महिला सिपाही के पिता, भाई व मामा को गिरफ्तार भी किया गया था।

फतेहपुर जिला स्थित कल्यानपुर थाना क्षेत्र के गौसपुर गांव निवासी रिंकी उरई के जजी थाने में महिला कांस्टेबल के पद पर तैनात थी। रिंकी गांव के ही मनीष राजपूत से प्रेम विवाह करने के बाद उरई में किराए के घर में पति और छह माह के बेटे साथ रहती थी। प्रेम विवाह के विरोध में 27 अगस्त को रिंकी के पिता, भाई व मामा ने उरई स्थित घर में मनीष की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।

पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार भी कर लिया था। पति की हत्या से आहत रिंकी पांच सितंबर को बेटे को लेकर पति के ननिहाल गाजीपुर थाने के लोहटा गांव आई थी। ममिया ससुर रामविशाल ने बताया कि रिंकी उदास थी उसे समझाने का प्रयास किया जा रहा था। गुरुवार शाम वह खाना खाकर सो गई थी। सुबह नींद खुली तो रिंकी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। उसका शव उसी के दुपट्टे के सहारे फांसी के फंदे से लटक रहा था।

मौत को गले लगाने से पहले रिंकी ने दो पेज का सुसाइड नोट लिखा था। उसने लिखा बाबू (मनीष) उसे बुला रहा है। बेटे के परवरिश, सास, ससुर को ढांढ़स और देवर से पति के हत्यारोपितों को मौत की सजा दिलाने की बात कही। उसने लिखा है कि हत्यारे पिता, भाई व मामा अगर जेल से छूटकर बाहर आ भी जाएं तो उन्हें बख्शा न जाए। हर हाल में उन्हें मौत मिले।

पति मनीष के लिए लिखा है कि उसे उसका बाबू बुला रहा है मैं वहीं जा रही हूं, मेरे मरने के बाद मेरी चिता उसी की चिता के पास बना कर अंतिम संस्कार करना। रिंकी ने देवर से उसके बेटे की परवरिश करते हुए हुनमंद बनाने की भी बात कही। सुसाइड नोट में लिखी यह बातें पढ़कर ससुरालियों और यहां तक कि पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए।


उरई के मंदिर में की थी शादी

महिला सिपाही रिंकी और मनीष एक ही गांव व एक ही बिरादरी के थे। लेकिन रिंकी के परिजन इस शादी के लिए राजी नहीं थे। 2018 में पुलिस में सिपाही के पद पर रिंकी का चयन हुआ तो आठ फरवरी 2019 को रिंकी और मनीष ने उरई के मंदिर में शादी कर ली थी। शादी में मनीष के परिजन तो शामिल थे लेकिन रिंकी के परिजन नहीं थे। जिसके बाद लगातार रिंकी के परिजन साजिश रच रहे थे।

अनाथ हो गया छह माह का शिवाय

रिंकी और मनीष का एक छह माह का बेटा शिवाय है। जो मां-बाप की मौत के बाद अब अनाथ हो गया है। रिंकी ने खुदकुशी से पहले लिखे सुसाइड नोट में अपने देवर मंदीप के लिए लिखा है कि मंदीप शिवाय की जिम्मेदारी अब तुम्हारी है। इसका पालन-पोषण तुम्ही करना। मासूम शिवाय के सिर से पहले पिता और मां का साया उठ गया।

एएसपी फतेहपुर राजेश कुमार ने बताया कि महिला आरक्षी उरई कोतवाली में तैनात थी। वह सीसीएल अवकाश में घर आई थी। अपने मामा के घर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ जिसमें अपने पति की हत्या से दुखी होकर जान देने की बात लिखी है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।

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