यूपी: उन्नाव में भारी मात्रा में वन्य जलीय जीव कछुओं के साथ महिला तस्कर गिरफ्तार

महिला अपने साथियों के साथ मिलकर कछुआ तस्करी का काम करती है, ये कछुए जनपद हरदोई व सीतापुर से लाकर हावड़ा (पश्चिम बंगाल) में भारी मात्रा में बेचती है....

Update: 2021-01-02 16:16 GMT

संतोष देव गिरी की रिपोर्ट

जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद में अपराध और अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत उन्नाव पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अभियान के दौरान थाना बेहटा मुजावर पुलिस व वन विभाग की टीम द्वारा अवैध कछुओं की तस्करी करने वाली महिला को 230 कछुओं के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बरामदगी के आधार पर व वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही में जुट गई है।

पूरा मामला उन्नाव जनपद के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के थाना बेहटा मुजावर से जुड़ा हुआ है जहां शनिवार 2 जनवरी 2021 को पुलिस व वन विभाग के अधिकारियो को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां पुलिस ने एक महिला बसंती उर्फ़ विटोली को 230 कछुओं के साथ गिरफ्तार किया है।

महिला अपने साथियों के साथ मिलकर कछुआ तस्करी का काम करती है। ये कछुए जनपद हरदोई व सीतापुर से लाकर हावड़ा (पश्चिम बंगाल) में भारी मात्रा में बेचती है। पकडे गए 230 कछुऐ की बरामदगी के आधार पर महिला के खिलाफ मु.अ.सं. 01/2021 धारा 9/51 वन्य जीव संरक्षण अधिनियम पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही पुलिस द्वारा की गई। वही महिला के साथी राजू की गिरफ्तारी हेतु पुलिस की टीमें गठित कर सक्रिय कर दी गई है।

जब इस मामले में अंजनी कुमार राय सीओ बांगरमऊ से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि पुलिस को मुखबीर के जरिये सूचना मिली की कुछ व्यक्ति कछुओं की तस्करी करके किसी को बेचने जा रहे हैं, इस सूचना पर पुलिस ने वन विभाग टीम को अपने साथ लेकर के मुखबिर द्वारा बताई गई जगह पर रेड डाला तो एक पुरुष व महिला जिंदा कछुए मिले। मौका देख पुरुष खेतों के रास्ते भाग जाने में सफल रहा है जबकि महिला को पकड़ा लिया गया।जिसके पास से 230 जिंदा कछुआ बरामद हुए हैं।


उन्होंने बताया है कि कछुओं का व्यापार प्रतिबंधित है, यह जलीय जीव पर्यावरण हित रक्षक भी हैं। कछुओं के साथ पकड़ी गई महिला के विरुद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है तथा फरार हुए व्यक्ति को भी वांछित किया गया है जिसके धरपकड़ के लिए टीम लगा दी गई है।

शक्ति पॉवर बढ़ाने के नाम हो रहा है शिकार

पंजाब, यूपी व बिहार के रास्ते वन्य जलीय जीव कछुओं की तस्करीय में कई गिरोह लगे होने के साथ इनकी तस्करी करने में जुटे हुए है। जो इन्हें पश्चिम बंगाल ले जाकर बेच देते है। बताया जाता है कि शक्ति पॉवर बढ़ाने के नाम पर इनका शिकार किया जा रहा है। कुछ जानकार बताते हैं कि सेक्स से जुड़ी अंध धारणाओं के जलते भी इन जीवों की खरीद फरोख्त की जा रही है।

हर बार होता है सरगना पकड़ से बाहर

इसे विडंबना ही कहा जायेगा कि कछुओं की तस्तरी का खुलासा करने में पुलिस सफल तो हो जाती है, लेकिन सरगना को पकड़ने में हर बार विफल ही होती आई है। गौर करे तो इसके पूर्व दीनदयाल जंक्शन सहित जौनपुर, शाहगंज, मीरजापुर सहित कई रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी, आरपीएफ ने कछुआ तस्करो को पकड़ा है, लेकिन सरगना सदैव इनकी पकड़ से दूर ही होता आया है।

Similar News