UP : कानपुर की बिल्डिंग में लगी आग, 3 गंभीर रूप से झुलसे और एक की बचाव के दौरान जलने से हुई मौत
बिल्डिंग में फंसा परिवार चीख रहा था। बचा लेने की गुहार लगा रहा था, लेकिन आग की लपटें देखकर लोग बेबस दिखे। आग में फंसा रवि भी चीख रहा था और आखिर में वह जिंदा जल गया। बिल्डिंग से निकलने का मात्र एक ही रास्ता था जो आग में घिर चुका था...
जनज्वार, कानपुर। कानपुर के गोविंदनगर सी ब्लॉक में कल 6 जनवरी की देर शाम चार मंजिला इमारत में आग लग गई। आग लगने से कई परिवार फंस गए जो यहां रह रहे थे। परिवारों को बाहर निकालने के प्रयास में एक युवक की जिंदा जलकर मौत हो गई। एक अन्य की हालत भी नाजुक बताई जा रही है। साथ ही बिल्डिंग में रहने वाले मां बेटे भी झुलस गए हैं। तीन घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
गोविंदनगर की घोष बिल्डिंग के तीसरे माले में आढ़ती अमोद कटियार पत्नी शशि व बेटे अश्विनी और आशीष रहते हैं। दूसरे माले पर व्यवसाई नरेंद्र बजाज का परिवार रहता है। नरेंद्र के फ्लैट में शाम साढ़े सात बजे के लगभग शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। आग लगने के बाद नरेंद्र का परिवार सहित पहली मंजिल और ग्राउंड फ्लोर के लोग बाहर निकल गए, लेकिन अमोद का परिवार आग में फंस गया।
अमोद के परिवार को बचाने के लिए फैक्ट्री कर्मचारी आशीष और रवि अंदर घुस गए। दोनों ने कई लोगों को बाहर निकाला, लेकिन खुद आग की चपेट में आ गए। 33 वर्षीय रवि जिंदा ही आग में जल गया। वहीं आशीष, अमोद की पत्नी बेटा अश्वनी झुलस गए। इनमें शशि और आशीष की हालत गंभीर बताई जा रही है। उर्सला में सभी का इलाज चल रहा है।
बिल्डिंग में फंसा परिवार चीख रहा था। बचा लेने की गुहार लगा रहा था, लेकिन आग की लपटें देखकर लोग बेबस दिखे। आग में फंसा रवि भी चीख रहा था और आखिर में वह जिंदा जल गया। बिल्डिंग से निकलने का मात्र एक ही रास्ता था जो आग में घिर चुका था। इसी बीच एक के बाद एक दो सिलेंडरों में हुए धमाकों ने इलाके में दहशत का माहौल कर दिया।
गोविंदनगर की घोसी बिल्डिंग में लगी आग को काबू करने में दमकल की बड़ी लापरवाही रही। शाम 7.50 पर मिली सूचना के बाद गाड़ी साढ़े आठ बजे पहुंची। तब तक पूरी इमारत में आग फैल चुकी थी। दमकल के पास सीढ़ी इतनी बड़ी नहीं थी जो तीसरी मंजिल तक भी पहुंच सके। जिसके चलते फाॅर्थ फ्लोर पर फंसा रवि और अमोद का परिवार चीखता रहा, और दमकल कर्मी उन्हें नहीं निकाल सके। आखिर में रवि की जलकर मौत हो गई।
दमकल और पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इमारत अवैध तरीके से बनाई गई है। इससे निकलने का कोइ भी दूसरा दरवाजा नहीं है। इसके अलावा बिल्डिंग में कोई फायर फाइटर उपकरण भी नहीं लगे हैं और ना ही एनओसी ही ली गई। संबंधित विभागों ने जांच शुरू कर दी है। बिल्डिंग के मालिक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
एसपी पश्चिम डॉ अनिल कुमार ने बताया कि हादसे में एक सख्श की मौत हुई है, साथ ही तीन लोग झुलस गए हैं। दमकल के अफसर जांच कर रहे हैं कि आग कैसे लगी। शुरुआती जांच में इन्वर्टर में शार्ट शर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है।