यूपी के पांच पुलिस वालों ने अपने अधिकारियों के साथ मिलकर भगाया था गैंगस्टर, अब हुए बर्खास्त
फतेहगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि विचाराधीन कैदी को अदालत में ले जाने का रास्ता पहले से तय था, लेकिन 28 मार्च को फतेहगढ़ जेल में वापसी के दौरान पुलिसकर्मी बद्दो को मेरठ स्थित मुकुट महल होटल ले गए, जहां से कुख्यात गैंगस्टर भागने में सफल रहा...
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पांच पुलिसकर्मियों को गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो को अदालत में पेशी से वापसी के दौरान पुलिस हिरासत से भागने में कथित रूप से मदद करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। बर्खास्त पुलिसकर्मियों में हेड कांस्टेबल संतोष कुमार, कांस्टेबल सुनील सिंह, राजकुमार, ओमवीर सिंह और ड्राइवर भूपिंदर सिंह शामिल हैं।
इससे पहले 31 जुलाई को, उप-निरीक्षक देशराज त्यागी को इसी मामले में पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। 27 मार्च को छह पुलिसकर्मियों की टीम को गाजियाबाद की अदालत में एक सुनवाई के मामले में डॉन बद्दो को अपनी निगरानी में साथ ल जाने का काम सौंपा गया था।
फतेहगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनिल कुमार मिश्रा ने कहा, "विचाराधीन कैदी को अदालत में ले जाने का रास्ता पहले से तय था, लेकिन 28 मार्च को फतेहगढ़ जेल में वापसी के दौरान पुलिसकर्मी बद्दो को मेरठ स्थित मुकुट महल होटल ले गए, जहां से कुख्यात गैंगस्टर भागने में सफल रहा।"
48 वर्षीय बद्दो के लापता होने के बाद, मेरठ के ब्रह्मपुरी पुलिस स्टेशन में 17 नामजद आरोपियों और एक अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जांच के दौरान कई और आरोपियों के नाम जोड़े गए। मामले में बद्दो का बेटा सिकंदर भी फरार है, जिसे मामले में सह-साजिशकर्ता बनाया गया है।
कई पुलिसकर्मियों और कुछ कारोबारियों सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कारोबारियों में अनिल छाबड़ा और मुकुट महल होटल के मालिक मुकेश सिंघल शामिल हैं। बद्दो के खिलाफ हत्या, डकैती, लूट और जबरन वसूली के 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। राज्य का सबसे वांछित अपराधी है, जिसके सिर पर 2.5 लाख रुपये का इनाम है।
उसे वकील रविंद्र सिंह की हत्या के आरोप में 31 अक्टूबर, 2017 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। बद्दो के बारे में कहा जाता है कि ऑस्ट्रेलिया में उसका अपना व्यवसाय है, जहां उससे अलग रह रहीं उसकी पत्नी और बेटी पहले से ही रहती हैं।