यूपी में 50 पार पुलिसकर्मियों के जबरन रिटायरमेंट की प्रक्रिया शुरू, 22 को किया गया बाहर, मचा हड़कंप
उत्तरप्रदेश में 50 पार के पुलिस कर्मियों को शारीरिक मानदंड पर रिटायर करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे 50 पार के पुलिस कर्मियों में असुरक्षा की भावना बढ गई है...
जनज्वार, लखनऊ। यूपी में योगी सरकार की गाइडलाइन के बाद पुलिस महकमे में 50 की उम्र के पार पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में जनपद कुशीनगर के 22 पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर कर दिया गया है। इनमें 22 हेड कांस्टेबल और 10 दारोगा हैं।
एसपी कुशीनगर विनोद कुमार सिंह ने 22 पुलिसकर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर मुहर लगाते हुए डीआईजी को रिपोर्ट भेज दी है। अब डीआईजी कार्यालय से इनके रिटायरमेंट पर अंतिम मुहर लगेगी। 50 पार पुलिसकर्मियों के जबरन रिटायरमेंट से स्थानीय पुलिसकर्मियों में तहलका मच गया है।
बुधवार 28 अक्टूबर को जबरन रिटायरमेंट के बाद पुलिसकर्मी दिन भर आलाधिकारियों के कार्यालय में चक्कर काटते रहे। डीजीपी मुख्यालय ने सभी जोन के एडीजी, लखनऊ और नोएडा पुलिस कमिश्नर को इस संबंध में पत्र लिखा है। इस पत्र के मुताबिक 31 मार्च 2020 को 50 वर्ष की आयु पूरी कर चुके अक्षम पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलों में यह जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है। सभी जिलों में इसकी स्क्रीनिंग शुरू हो गई है। इसमें 50 की उम्र पार कर चुके सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर पद तक के पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग हो रही है। स्क्रीनिंग के बाद जो पुलिसकर्मी अक्षम पाए जाएंगे, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति कर दिया जाएगा। नियमों के मुताबिक, नियुक्ति प्राधिकारी किसी भी समय किसी सरकारी सेवक को चाहे वह स्थाई हो या अस्थाई नोटिस देकर बिना कोई कारण बताए उसके 50 वर्ष की आयु पूरी कर लेने के बाद रिटायर हो जाने की अपेक्षा कर सकते हैं।
सेवानिवृत्ति के लिए 10 दारोगा की लिस्ट डीआईजी ऑफिस भेजी गई है। इसके अलावा हेड कॉन्स्टेबल राम बहादुर यादव, जनार्दन सिंह, कैपितुल्लाह सिद्दीकी, शिवजी यादव, अखलाक अहमद, छेदी यादव, रमेश यादव, वीरेंद्र नाथ सिंह, राजदेव यादव, सुनीता खत्री, भुवन चंद वर्मा और कुक पृथ्वी शुक्ला को जबरन रिटायरमेंट पर भेजा गया है।
एसपी कुशीनगर विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति का नियम कोई नया नहीं है। समय-समय पर पुलिस विभाग में 50 की उम्र के बाद अक्षम होने पर स्क्रीनिंग के बाद अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाती रही है। इस बार भी नियमानुसार ही कुछ अक्षम कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गयी है।