यूपी के वाराणसी में पीएम केयर फंड के नाम पर फ्रॉड, आरोपी ने सांसद-विधायकों को पत्र भेजकर मांगा फंड

फर्जी ट्रस्ट बनाकर भेजे गए पत्र में वाराणसी के पिंडरा में पीएम मोदी के नाम से विश्ववविद्यालय बनाने की बात कही गई, इसके अलावा जिनको पत्र भेजा गया उनसे फण्ड की भी डिमांड की गई......

Update: 2020-10-31 14:55 GMT

वाराणसी। उत्तर प्रदेश में बदमाशों फ्राडों ने तमाम सत्कर्म धतकर्म करने के बाद अब पीएम मोदी के नाम भी सेंध लगाने की शुरुआत कर दी है। नया मामला वाराणसी के पिंडरा में देखने को मिला है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से फर्जी ट्रस्ट बनाने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

शुक्रवार 30 अक्टूबर को उप निबंधन सदर द्वितीय की शिकायत पर मामले में ट्रस्ट के प्रमुख अजय पांडेय समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुकदमा दर्ज होने का बाद पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू की थी और दुर्गाकुंड स्थित दयाल टॉवर से ट्रस्ट के प्रमुख अजय पांडेय को गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद पुलिस ने इसी मामले में दो अन्य अभियुक्त रवींद्रनाथ पांडेय और शाहबाज को भी गिरफ्तार किया है।

दरअसल वाराणसी के दयाल टॉवर निवासी अजय पाण्डेय ने पीएम मोदी के नाम फर्जी ट्रस्ट 'आदर्श नरेंद्र दामोदर दास मोदी जन कल्याणकारी' बना डाला। इस व्यक्ति ने न सिर्फ संस्था बनाई बल्कि उसके ही लेटर हेड पर पीएमओ, कई केंद्रीय मंत्री के अलावा 100 से अधिक सांसदों को पत्र भी भेज दिया।

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फर्जी ट्रस्ट बनाकर भेजे गए पत्र में वाराणसी के पिंडरा में पीएम मोदी के नाम से विश्ववविद्यालय बनाने की बात कही गई। इसके अलावा जिनको पत्र भेजा गया उनसे फण्ड की भी डिमांड की गई। इतना सब करने के बाद जवाब ना आने पर पाण्डेय ने सीएम पोर्टल पर पत्र का जवाब ना देने पर शिकायत भी की थी।

पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर फर्जी ट्रस्ट बनाने में जितने दोषी अजय पांडेय है उतने ही गुनाहगार रजिस्ट्रार ऑफिस के कर्मचारी भी हैं। सवाल यह है कि आखिर अजय पांडेय ने रजिस्ट्रार ऑफिस के किन कर्मचारियों से मिलकर इतने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया? इसकी उधेड़बुन के लिए आगे जांच चल रही है।

पुलिस की माने तो अजय पांडेय ने वाराणसी के डीएम को पत्र लिखकर पिंडरा विधानसभा में लगभग 160 एकड़ की जमीन मांगी थी। ट्रस्ट के पत्र का उत्तर नहीं दिए जाने पर अजय पांडेय ने पीएमओ और सीएम पोर्टल पर इसकी शिकायत भी की थी। इंस्पेक्टर कैंट राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जिनसे पूछताछ चल रही है। बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

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