UP : फाइलेरिया की सरकारी दवा के सेवन से किशोरी की हालत नाजुक, परिजनों सहित गांव में मचा हड़कंप

मिर्जापुर जिले के कोन विकास खंड के मवैया गांव में सरकारी फाइलेरिया की दवा खाते ही कई किशोरियों की हालत बिगड़ गई। जिससे परिजनों सहित गांव में हड़कंप मच गया, गंभीर हालत में किशोरी को जिला मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

Update: 2020-09-26 13:36 GMT

मिर्ज़ापुर से संतोष देव गिरी की रिपोर्ट

जनज्वार। मिर्जापुर जिले के कोन विकास खंड के मवैया गांव में सरकारी फाइलेरिया की दवा खाते ही कई किशोरियों की हालत बिगड़ गई। जिससे परिजनों सहित गांव में हड़कंप मच गया, गंभीर हालत में किशोरी को जिला मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

बताया जाता है कि स्वास्थ्य केंद्र कोन से 25 सितंबर की देर शाम आशा कार्यकर्ती और स्वास्थ्य विभाग की टीम के लोगों द्वारा मवैया गांव में कई लोगों को फाइलेरिया की दवा का वितरण किया गया था। जिसका सेवन करते ही कई किशोरियों की हालत बिगड़ गई है। परिजनों का आरोप है कि जिसे फाइलेरिया की शिकायत भी नहीं तो उसे भी फाइलेरिया की दवा खिलाया गया। इसमें से एक 15 वर्षीय किशोरी करीना पुत्री स्वर्गीय कलंदर सोनकर की हालत ज्यादा बिगड़ जाने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए हैं जहां उसका उपचार चल रहा है।

वहीं एक अन्य 16 वर्षीय किशोरी को परिजन लेकर जिला अस्पताल आने वाले हैं। बताया जाता है कि करीना नामक किशोरी की हालत बिगड़ने पर परिजनों की सूचना पर आशा कर्मी और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उसे कोन हॉस्पिटल पर बुलाकर उपचार किया गया। जहां स्थिति में सुधार होने की वजह बिगड़ने पर परिजन उसे शनिवार को जिला मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

परिजनों का आरोप है कि मंडली अस्पताल में भर्ती करीना की सांसे बराबर तेज धड़कन के साथ चल रही हैं उपचार के नाम पर बॉटल और इंजेक्शन लगा कर दोबारा कोई झांकने भी उसकी ओर नहीं आए हैं। खबर भेजे जाने तक किशोरी की हालत जहां नाजुक बनी हुई थी वही परिजन उसे बेहतर उपचार के लिए अन्यत्र ले जाने की तैयारी कर रहे थे। मजे की बात है कि इस संदर्भ में जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर जानकारी चाहा गया तो जानकारी देने से सभी पीछे हटते रहे हैं।

Similar News