सरकार का दावा-हाथरस के बहाने दंगा भड़काने की साजिश, कांग्रेस बोली नाकामी छिपाने की है कोशिश

Update: 2020-10-05 12:58 GMT

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि हाथरस के बहाने यूपी को जातीय दंगों की आग में जलाने की साजिश रची जा रही है। एजेंसियों द्वारा दी गई रिपोर्ट के मुताबिक रातों रात एक फर्जी वेबसाईट बनाई गई। जिसके ज़रिए जातीय दंगे कराने की साजिश रची गई।

उक्त वेबसाइट पर हजारों लोगों को जोड़ने की बात भी कही जा रही है। वेबसाईट जस्टिस फॉर हाथरस नाम से बनाई गई। दावा है कि इस वेबसाइट में हाथरस को लेकर हिंसा की आग भड़काने के लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है, विस्तार से बताया गया है।

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पता चला है कि मदद के नाम पर हिंसा फैलाने के लिए फंडिंग का भी इंतजाम किया जा रहा था। बड़ी खबर ये है कि इसमें PFI, SDPI जैसे संगठन जो नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसा में शामिल थे उन्हीं संगठनों ने यूपी में भी हिंसा फैलाने के लिए वेबसाइट तैयार कराने में अहम भूमिका निभाई।

'दंगे भड़काने वाली वेबसाइट' पर ये दिए गए निर्देश-

वैस्लीन, सनस्क्रीन, तेल ना लगाएं, इससे केमिकल का असर होगा

कॉन्टेक्ट लैंस ना पहनें, केमिकल से आंखों को नुकसान हो सकता है

गहने, टाई जैसी चीजें ना पहने, आसानी से पकड़े जा सकते हैं

खुले और बड़े बाल ना रखें

ब्रैंडेड कपड़े ना पहनें क्योंकि इससे पकड़े जाने का खतरा

काले-ढीले कपड़े पहनें, पुलिस मोटे पतले की तलाश करेगी

स्वीमिंग चश्में पहने जिससे आंखों को टियर गैस से बचा सकें

पानी में भीगी पट्टी बांधे, इससे केमिकल से बचाव होगा

पूरे शरीर को ढंक कर रखे जिससे मिर्ची पाउडर से बच सकें

पैरों में स्नीकर पहनें, इससे भागने में आसानी रहेगी

साइकिल हैट पहनें, टियर गैस से बच सकते हैं

ग्लव्स पहनें, इससे गर्म टियर गैस को वापस भेज सकते हैं

किसी भी घटना से पहले प्लान करें

दंगा करने की जगह की पहचान करें

जरूरत पड़ने पर कहां छिपना है, पहले से तय करें

पुलिस को देखते ही गैस मास्क पहनें

पुलिस की कार्रवाई का वीडियो बना लें

अकेले ना जाएं, किसी रिश्तेदार या परिचित को साथ ले जाएं

क्रेडिट कार्, एटीएम ना ले जाएं, कैश का इस्तेमाल करें

कांग्रेस ने कहा ऐसी बातों से नाकामी छुपाना चाहती है सरकार

कांग्रेस ने इस खबर को सरकार की नाकामी बताने का प्रयास बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि सरकार इस तरह की खबरों के जरिए अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गैरजिम्मेदार बयानबाजी कर रहे हैं। अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा 'मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हिंसा की साजिश हो रही है। खुद कार्रवाई नहीं कर पा रहे है, अपनी भूमिका पारदर्शी तरीके से नहीं दिखा रहे हैं। कौन उत्तेजक बातें कर रहा है, कौन सभाएं कर रहा है धारा 144 के बावजूद।'

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