Gyanvapi Masid Case: ज्ञानवापी मामले में आज का दिन अहम, सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई, मस्जिद कमेटी ने मुस्लिमों से किया यह आह्वान
Gyanvapi Masid Case: वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद केस की सुनवाई आज सुप्रीम कोर्ट में दोपहर तीन बजे होगी। सुनवाई न होने तक वाराणसी की सिविल कोर्ट इस मामले में कोई आदेश नहीं देगी।
Gyanvapi Masid Case: वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद केस की सुनवाई आज सुप्रीम कोर्ट में दोपहर तीन बजे होगी। सुनवाई न होने तक वाराणसी की सिविल कोर्ट इस मामले में कोई आदेश नहीं देगी। उधर, अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद वाराणसी ने लोगों से अपील की है कि आज भारी संख्या में नमाज अदा करने लोग न आएं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंजुमन कमेटी ने कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद में "वजुखाना" को सील कर दिया गया है।
ऐसे में भारी संख्या में लोग यहां शुक्रवार की नमाज अदा करने में भारी संख्या में लोग न आएं। बता दें कि वजुखाना में प्रभु शिव प्रकट हो जाने का दावा किया गया है। कहा जा रहा है कि यहां शिवलिंग मिले हैं। हालांकि मुस्लिम पक्ष इस दावे पर आपत्ति कर रहा है और शिवलिंग को फव्वारा बता रहा है।
Uttar Pradesh | Anjuman Intizamia Masajid, Varanasi appeals to people not to come to the mosque in large numbers to offer Friday prayers today as the "wazukhana" has been sealed due to the ongoing case. pic.twitter.com/eyfjMnfaBm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 20, 2022
अस्सिटेंट कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट दोपहर तीन बजे ज्ञानवापी केस की सुनवाई करेगा। ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में जमा कराई गई थी। अब पता चल रहा है कि रिपोर्ट लीक हो गई है। मैं कह नहीं सकता कि ऐसा कैसे हो सकता है।
ज्ञानवापी मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद ही वाराणसी कोर्ट मामले की सुनवाई हो सकेगी। ज्ञानवापी मामले में सु्प्रीम कोर्ट में आज शाम 3 बजे सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने तब तक के लिए वाराणसी कोर्ट में भी सुनवाई पर रोक लगा दी है। इसके बाद वाराणसी कोर्ट ने अगली तारीख 23 मई तय कर दी है।
दरअसल, ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में 12 मई के बाद 14 से 16 मई तक की गई कमीशन की कार्यवाही के दौरान अंतिम दिन परिसर के अंदर वजू के लिए बनाए गए तालाब में एक शिवलिंग मिला। इस शिवलिंग को लेकर के अलग अलग मत सामने आ रहे हैं। कोई इसे भगवान विश्वेशर बता रहा तो कोई तारकेश्वर महादेव, मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बता रहा। मगर हिन्दू पक्ष के वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ने दावा किया है कि तालाब के अंदर मिलने वाला शिवलिंग भगवान विश्वेश्वर का नहीं बल्कि तारकेश्वर महादेव का है। ज्ञानवापी के पुराने नक्शे में साफ तौर पर देखा जा सकता है। फिलहाल दावे की हकीकत अभी साबित होना बाकी है।