हाथरस कांड : शादी से पहले ही उजड़ गए दो परिवार, पाई-पाई जोड़ी गई रकम अब कोर्ट कचहरी में होगी खतम

पीड़ित युवती के घर में करीब चार बीघा जमीन है। आरोपियों के परिवार में करीब 55 बीघा खेती है, जिसमें आलू और बाजरा मुख्य फसल होती है। दोनो के परिवार वालों ने शादी करने के लिए पाई-पाई रकम जोड़ी थी, लेकिन शादी के लिए जो पैसा बचाया गया था, अब वह थाने, कचहरी और जेल के चक्कर लगाने में लग रहा है

Update: 2020-10-04 04:03 GMT

जनज्वार, हाथरस। शनिवार 3 अक्टूबर को जब चंदपा क्षेत्र में बिटिया के गांव में सुरक्षाबलों का पहरा खत्म हुआ तो पत्रकारों को बिटिया के परिजनो समेत आरोपियों के घरवालों से बात करने का मौका मिला। दो दिनों से यहां पर एसआईटी की गहन जांच का हवाला देकर मीडिया सहित सभी बाहरी लोगों का प्रवेश बंद रखा गया था। शुक्रवार को इगलास से आई बिटिया की बुआ ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बिटिया के रिश्ते की बात नहीं हो पा रही थी।

बिटिया की बुआ ने बताया कि घर में तैयारी थी कि जल्द ही अच्छा रिश्ता देखकर उसके हाथ पीले कर दिए जाएं, लेकिन इससे पहले ही यह घटना हो गई। बिटिया के घर के बगल की एक गली को छोड़कर आरोपी पक्ष के घर में भी रामू के पिता राकेश ने बताया कि खेतीबाड़ी से पूरे घर परिवार का गुजारा नहीं होता है, इसलिए कुछ बच्चे बाहर भी काम करते हैं। घटना के दिन जो बच्चे घर से बाहर थे, उनको भी नामजद करा दिया गया है।

उनका बेटा रामू उस वक्त चंदपा में दूध के प्लांट पर ड्यूटी दे रहा था। वह वहीं काम करता है, रवि भी दुकान पर था। उन दोनों का नाम भी मुकदमे में लिखा दिया गया। दोनों शादीशुदा हैं। रामू की शादी नौ वर्ष पहले हो चुकी है और उसके दो बच्चे हैं। रवि की शादी करीब 14 वर्ष पहले हो चुकी है और उसके तीन बच्चे हैं। संदीप और लवकुश के लिए भी रिश्तेदारी में बात शुरू हो चुकी थी। शादी करने की तैयारी होने लगी थी कि अच्छा रिश्ता मिले तो ब्याह कर दिया जाए, लेकिन इससे पहले ही ये घटना हो गई।

लवकुश तो घटना के दिन पीड़िता के परिजनों को पानी देने चला गया था तो उसको भी फंसा दिया गया। पूरा परिवार 19 दिन से परेशान है। खाना पीना दूभर है। बच्चे जेल चले गए। उनसे मिलने तक नहीं दिया गया है। अब से पहले घर में शादियों की बातें हो रही थी, वहां अब बच्चों को बचाने के लिए जुटे हुए हैं।

गांव वालों के मुताबिक बिटिया के घर में करीब चार बीघा जमीन है। आरोपियों के परिवार में करीब 55 बीघा खेती है, जिसमें आलू और बाजरा मुख्य फसल होती है। दोनो के परिवार वालों ने शादी करने के लिए पाई-पाई रकम जोड़ी थी, लेकिन शादी के लिए जो पैसा बचाया गया था, अब वह थाने, कचहरी और जेल के चक्कर लगाने में लग रहा है। शादी ब्याह के लिए जुटाया गया धन अब मुकदमे में खर्च होगा।

Tags:    

Similar News