हाथरस गैंगरेप कांड : योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह को नहीं मालूम दलित लड़की के साथ किस जिले में हुई हैवानियत?
सिद्धार्थनाथ ने बयान देते हुए घटना को हरदोई का बताया और उसकी निंदा करते हुए कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा जिले का गलत नाम बताए जाने पर लोग सवाल उठाए जा रहे हैं...
जनज्वार। हाथरस गैंगरेप कांड से पूरा देश अवाक है। लड़की के साथ चंदपा थाना क्षेत्र में उसके गांव में 14 जून को उंची जाति के चार दबंगों ने बलात्कार किया था और उसके बाद उसकी जुबान काट दी व रीढ की हड्डी तोड़ दी। लड़की 13 दिनों तक उत्तरप्रदेश में अलीगढ में ही इलाज के लिए भर्ती रही, लेकिन 27 सितंबर को स्थिति बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से सफदरजंग भेजा गया, लेकिन मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई।
इस घटना को लेकर आज उत्तरप्रदेश की योगी सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने बयान दिया। सिद्धार्थनाथ ने बयान देते हुए घटना को हरदोई का बताया और उसकी निंदा करते हुए कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा जिले का गलत नाम बताए जाने पर लोग सवाल उठ रहे हैं और कह रहे हैं वह सरकार क्या कार्रवाई करेगी जिसके प्रवक्ता को यह नहीं पता कि घटना उत्तरप्रदेश के किस जिले में घटित हुई है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने घटना की निंदा करते हुए सरकार के मुआवजे की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जी बहुत दुःखी है और सरकार की परिवार के साथ संवेदना है। उन्होंने कहा कि मृतका के भाई की शिकायत पर चार दोषी पकड़े गए हैं और कानून इस पर अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिवार वाले मृतका की बाॅडी जल्द चाहते हैं तो उसके लिए कार्रवाई की जा रही है।
उधर, हाथरस के डीएम व एसपी ने परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है, जिस पर ट्राइबल आर्मी के संस्थापक हंसराज मीणा ने कहा है कि सजा चाहिए भीख नहीं।
हाथरस जिला प्रशासन ने कहा है कि पीड़िता के परिजनों के लिए पांच लाख 87 हजार 500 रुपये की सहायता राशि की घोषणा की गई है। परिवार को चार लाख 12 हजार 500 रुपये की सहायता राशि दी जा चुकी है। उधर, मृतकों के शव को लाए जाने को लेकर हाथरस जिले में सुरक्षा बढा दी गई है। प्रशासन को लोगों का गुस्सा भड़कने की आशंका है।